- देश के अलग अलग हिस्सों में कोविशील्ड वैक्सीन को पहुंचाने का काम शुरू
- 16 जनवरी से पूरे देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण का कार्यक्रम होना है शुरू
- पहले चरण में कुल 3 करोड़ लोगों को लगाया जाएगा टीका
नई दिल्ली। पुणे से आठ फ्लाइट के जरिए सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन को देश के 13 अलग अलग हिस्सों में पहुंचाया जा रहा है। दिल्ली में कोविशील्ड वैक्सीन की पहली खेच पहुंच चुकी है। कोविल्ड वैक्सीन ले जाने वाले तीन ट्रक शहर में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की सुविधा से पुणे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंचाया जा रहा है। हैं।हवाई अड्डे से, वैक्सीन की खुराक देश के विभिन्न स्थानों पर भेजी जा रही है । पूरे देश में टीकाकरण 16 जनवरी से शुरू होगा।
देश के अलग अलग हिस्सों में पहुंचेगी 56.5 लाख खुराक
सिविल एविएशन मंत्री हरदीप सिंह पुरी का कहना है कि एयर इंडिया, स्पाइसजेट और इंडिगो एयरलाइंस 56.5 लाख खुराक के साथ पुणे से दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, गुवाहाटी, शिलांग, अहमदाबाद, हैदराबाद, विजयवाड़ा, भुवनेश्वर, पटना, बेंगलुरु, लखनऊ और चंडीगढ़ के लिए 9 उड़ानें संचालित कर रही हैं।
राहत की पहली खेप रवाना
डीसीपी जोन फाइव नम्रता पाटिल का कहना है कि वैक्सीन की पहली खेप यहां सेरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की सुविधा से भेजी गई है। हमने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। एसआईआई का कहना है कि हमारी पहली प्राथमिकता है कि देश के अलग अलग हिस्सों में कोरोना वैक्सीन बिना किसी बाधा के पहुंच सके। इस काम में उनके स्टॉफ के साथ साख प्रशासनिक मशीनरी का भी पूरी मदद मिल रही है।
सोमवार को पीएम और सभी सीएम में हुआ था संवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के सीएम के साथ संवाद किया था और विस्तार से बताया कि भारत की यह मुहिम दुनिया में क्यों खास होने जा रही है। पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि पहले चरण में जिन 3 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन होगा उसमें केंद्र सरकार पूरी मदद कर रही है। उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया में अभी 2.5 करोड़ लोगों को वैस्कीन लगाई गई है। लेकिन आने वाले कुछ महीनों के अंदर भारत 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण करेगा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों से अपील की थी कि वो अफवाहबाजों के को लेकर सतर्क रहें। वैक्सीन के खिलाफ लड़ाई में इस तरह की बातों का असर पड़ता है और हम सबके मकसद पर असर पड़ सकता है, लिहाजा सभी राज्यों में डीएम की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। वो राज्य सरकारों से अपील करते हैं कि मुख्य सचिवों के मार्गदर्शन में सभी डीएम इस काम में पूरी भागीदारी दें।