टाइम्स नाउ नवभारत ने 'ऑपरेशन दिल्ली फाइल्स' स्टिंग ऑपरेशन के जरिए जहांगीरपुरी हिंसा पर बड़े-बड़े खुलासे किए हैं। शनिवार की शाम दिल्ली के जहांगीरपुरी में हिंसा भड़क गई। हनुमान जयंती पर शोभायात्रा के दौरान दो गुटों के बीच जमकर हिंसा हुई, सवाल ये है कि आखिर ये हिंसा भड़की कैसे...किसने पहला पत्थर मारा...किसने पहली लाठी चलाई...किसने पहला पेट्रोल बम फेंका...किसने पहली गोली चलाई...TIMES NOW नवभारत की स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम ने दिल्ली के जहांगीरपुरी से एक स्पेशल रिपोर्ट तैयार की है। ये रिपोर्ट छिपे हुए कैमरे से कवर की गई है। जब कैमरा बंद हो तो ये माना जाता है कि कोई झूठ नहीं बोलता, वो सच ही बताता है। ऐसे में हमारा मानना है कि स्टिंग ऑपरेशन के दौरान कही गई बातें सच होंगी। हालांकि ये दो संप्रदायों में हिंसा का विषय है इसलिए सच या झूठ का पता लगाना कानून और पुलिस का काम है, हमारा नहीं।
लेकिन छिपे हुए कैमरे पर जो बातें कहीं गईं हैं, वो हैरान करने वालीं हैं। एक से बढ़कर एक दावे किए गए हैं। मिनी पाकिस्तान की बात कही गई है, क्राइम की मिनी इंडिया की बात कही गई, स्टिंग ऑपरेशन में सामने आया कि किसने पहले हमला किया और क्यों किया।
TIMES NOW नवभारत की स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम जब जहांगीरपुरी पहुंची तो उसने सबसे पहले एक स्थानीय मुस्लिम युवक से बात की, ये बातचीत कल ही हुई। सारी बातचीत हिडेन कैमरा पर रिकॉर्ड हो रही थी और वो मुस्लिम युवक एक के बाद एक हिंसा का सच बताता जा रहा था। इस बातचीत में आप जान पाएंगे कि शनिवार को हिंसा कैसे हुई, हथियार कहां से आए, असली आरोपी कौन है। मुस्लिम लड़के ने बताया कि क्यों जहांगीरपुरी में मिनी पाकिस्तान होने की बात कही जाती है। मुस्लिम युवक ने TIMES NOW नवभारत के छिपे कैमरे पर दावा किया कि जहांगीरपुरी में एक हिंदुस्तान और एक पाकिस्तान है। हिंसा के लिए हथियार घर-घर से लाए गए थे। मुस्लिम युवक ने ये भी बताया कि जहांगीरपुरी के हर घर में हिंसा के हथियार हैं और वहां बांग्लादेशियों की बड़ी आबादी है।
एक मुस्लिम महिला ने TIMES NOW नवभारत की SIT को वो सच बताए जो अब तक सामने नहीं आए थे। मुस्लिम महिला का दावा है कि विवाद के बाद घर से मुस्लिम युवक हथियार लेकर आए। महिलाओं के बुलाने पर ही मुस्लिम पुरुष इकट्ठा हुए। शोभायात्रा में मौजूद लोगों की महिलाओं से बहस के बाद जहांगीरपुरी हिंसा शुरू हुई थी। मुस्लिम महिला से मिलने के बाद जहांगीरपुरी में रहने वाले एक हिंदू युवक के पास पहुंची। इनका नाम नरेश था। ये RTI एक्टिविस्ट भी हैं और उस इलाके की डेमोग्राफी से अच्छी तरह वाकिफ हैं। नरेश कुमार ने ही हिंसा के आरोपी अंसार की पूरी हिस्ट्री TIMES NOW नवभारत SIT के कैमरे पर सुनाई। आरोपी अंसार को नरेश करीब 20 साल से जानते हैं।
TIMES NOW नवभारत SIT के सीक्रेट कैमरे पर एक ऐसे किरदार ने जहांगीरपुरी हिंसा की कहानी सुनाई, जिनकी पत्नी यहां की निगम पार्षद हैं। पार्षद का नाम पूनम बागड़ी है। वो आम आदमी पार्टी से ताल्लुक रखती हैं। उन्हीं के पति अश्वनी बागड़ी ने हिंसा की हैरान करने वाली हकीकत बताई। पार्षद के पति अश्वनी बागड़ी ने दावा किया कि हनुमान जयंती की हिंसा में तबरेज का हाथ है। तबरेज ने लड़कों को भड़काया, तबरेज लोगों को शाहीन बाग भी ले जाता था। तबरेज पहले AIMIM में था, अब कांग्रेस में है। तबरेज अमन कमेटी से भी जुड़ा है। जहांगीरपुरी में घर-घर बंदूक-तलवार हैं।