- ज्ञानवापी से शुरू धर्मयुद्ध कहां तक जाएगा ?
- औरंगजेब ने गलती की तो 'गलती' ढोते रहें ?
- 350 साल पुरानी गलती पर आज विवाद !
ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर TIMES NOW नवभारत के शो 'सवाल पब्लिक का' में हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष के विद्वानों में जोरदार बहस हुई। दोनों पक्षों ने मजबूती ने अपने-अपने तर्क और दावे रखे। सवाल यह उठता है कि ज्ञानवापी से शुरू धर्मयुद्ध कहां तक जाएगा ? आप भी देखिए गरमा गरम बहस। इतिहासकार प्रोफेसर कपिल कुमार ने कहा कि औरंगजेब ने क्या बर्बरता की थी, दुनिया जानती है मगर उसकी बर्बरता को कुछ लोग गौरव मानते हैं तो ये ठीक नहीं है। इस्लामिक स्कॉलर जुनैद हैरिस ने कहा कि मुगलकाल की जितनी मस्जिदें मिलेंगी उनमें आपको फव्वारा देखने को जरूर मिलेगा। ज्ञानवापी मंदिर है या मस्जिद? ASI के पूर्व डायरेक्टर डॉ. अमरेंद्रनाथ कुमार ने भी अपनी बात रखी, उन्होंने कहा कि सभी को सद्भावना की बात करनी चाहिए और कोर्ट पर भरोसा रखना चाहिए। करणी सेना के अध्यक्ष सूरज पल अम्मू ने कहा कि हम न्याय मांग रहे हैं, कोर्ट का जो निर्णय आएगा उसे आप भी मानिए हम भी मानेंगे। महंत नवल किशोर दास, महामंडलेश्वर ने कहा कि ये कह रहे हैं वहां मंदिर नहीं था, फिर औरंगजेब ने क्या तोड़ा था?
Gyanvapi पर हुई ऐसी गर्म बहस, हाथापाई पर उतर आए हिंदू और मुस्लिम पक्ष