- अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि मैं शूटिंग के समय बहुत रोया।
- विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि कश्मीर में बहुत बड़ा नरसंहार हुआ था, किसी ने उस वक्त आवाज नहीं उठाई थी।
- पल्लवी जोशी ने कहा कि फिल्म को लेकर हमने 4 साल रिसर्च की।
फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' रिलीज होने के बाद से इस पर सियासत तेज हो गई है। इस चर्चित फिल्म को लेकर टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार ने 'द कश्मीर फाइल्स' के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री, एक्टर अनुपम खेर और अभिनेत्री पल्लवी जोशी से खास बातचीत की। उन्होंने फिल्म के बारे में विस्तार से बताया।
मेरे लिये यह रोल बहुत मुश्किल था: अनुपम खेर
अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि मैं शूटिंग के समय बहुत रोया। मुझे लगा कि ये कहानी लोगों तक पहुंचनी चाहिए। दुनिया नहीं मानती थी कि कश्मीर में ऐसा कुछ हुआ था। मेरे लिये यह रोल बहुत मुश्किल था। मैं इस फिल्म को अपनी आत्मा से करना चाहता था। जब मुझे ये कहानी विवेक ने सुनाई तो मुझे लगा कि ये तो लोगों तक पहुंचना बहुत जरूरी है। कश्मीरी पंडितों का दर्द दुनिया तक पहुंचाना जरूरी था। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान मैं और विवेक कई बार रोए। लोग शॉक्ड हैं कि आजाद भारत में कश्मीरी पंडितों के साथ ऐसा हुआ और ये लोगों को पता नहीं था, लोगों को गिल्ट महसूस हुआ इसलिए लोगों का प्यार उमड़ पड़ा है।
भारत की बुराई को अब कोई सहन नहीं कर सकता- विवेक अग्निहोत्री
फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि कश्मीर में बहुत बड़ा नरसंहार हुआ था। किसी ने उस वक्त आवाज नहीं उठाई थी। कश्मीर में पूरी संस्कृति खत्म कर दी गई। भारत की बुराई को अब कोई सहन नहीं कर सकता। सोनिया गांधी से (राहुल गांधी) पूछें कि क्या वो यूरोप में होलोकॉस्ट को सवाल कर सकती हैं? अब नरेंद्र मोदी आ गए हैं न...वो मुझे कश्मीर लेकर जाएंगे विवेक अग्निहोत्री ने बताया कि क्यों एक बुजुर्ग महिला ने उन्हें जम्मू में ऐसा कहा था। कांग्रेस के ट्वीट से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
पल्लवी जोशी ने कहा कि फिल्म को लेकर हमने 4 साल रिसर्च की। 700 से ज्यादा कश्मीरी पंडितों को हमने सुना। मुझे मेरा रोल बहुत मुश्किल लगा।
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