नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस के दिन मंगलवार को राजधानी में हुई हिंसा एवं उत्पात मामले में दिल्ली पुलिस ने 26 एफआईआर दर्ज किए हैं और सीसीटीवी फुटेज एवं मोबाइल रिकॉर्डिंग के आधार पर संदिग्धों पर शिकंजा कसने के काम में जुट गई है। आईटीओ सहित दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर हुई झड़पों में करीब 124 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर पर प्रदर्शनकारियों के धावा बोलने और वहां अपना झंडा फहराने की घटना से पूरा देश हतप्रभ है। लोग किसान आंदोलन के जारी रहने पर भी सवाल उठाने लगे हैं।
रैली से पहले ही उपद्रवियों ने अपने इरादे जाहिर कर दिए थे
सवाल उठ रहे हैं कि क्या दिल्ली पुलिस को इस बात की अंदेशा नहीं थी कि प्रदर्शनकारी कानून-व्यवस्था के लिए समस्या खड़ी र सकते हैं। दरअसल, पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के लिए किसानों संगठनों के साथ लिखित में आश्वासन लिया था। ट्रैक्टर रैली के लिए निर्धारित मार्ग एवं नियमों पर सहमति बनी थी लेकिन अब जो बातें सामने आ रही हैं उससे यह जाहिर होता है कि किसान रैली में कुछ ऐसे लोग शामिल थे जो शुरू से ही ऐसा संकेत दे रहे थे कि वे किसी नियम को मानने नहीं जा रहे हैं। ट्रैक्टर रैली शुरू होने से पहले ही इन्होंने अपने इरादे साफ कर दिए थे। किसान संगठनों के नेता भी यही बा्त कह रहे हैं कि कुछ असामाजिक तत्व उनकी रैली में शामिल हो गए और किसानों को गुमराह किया।
खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर
सवाल यह भी किया जा रहा है कि क्या मंगलवार की घटना के बाद सरकार किसान आंदोलन को जारी रखने की इजाजत देगी या नहीं। सूत्रों का कहना है कि प्रदर्शनकारी किसानों के उत्पात के बाद सरकार की एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और वे खुफिया इनपुट एकत्र कर रही हैं। एक बार खुफिया इनपुट एकत्र होने और उनकी समीक्षा करने के बाद किसान आंदोलन पर सरकार कोई फैसला कर सकती है। इस बीच, दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस मुख्यालय में बड़ी बैठक
दिल्ली पुलिस ने यातायात परामर्श जारी किया है। गाजीपुर मंडी, एनएच-9 और एनएच-24 को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। दिल्ली से गाजियाबाद की यात्रा करने वाले लोगों को शाहदरा, कड़कड़ी मोड़ और डीएनडी रास्ते का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है। हरियाणा सीमा पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। मंगलवार की घटना को लेकर दिल्ली पुलिस मुख्यालय में पुलिस अधिकारी एक बड़ी बैठक कर रहे हैं।