जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के हालातों को लेकर चिंता जताई है। साथ ही उन्होंने कहा कि मुस्लिमों पर हमले हो रहे हैं और मस्जिदें तोड़ी जा रही हैं। आखिर हमारा क्या होगा हमें तो डर लगने लगा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता ने कहा कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन तो चीन है उससे बातचीत की जा रही है तो पाकिस्तान से क्यों नहीं?
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से बात करके शांति कायम करनी चाहिए, जिससे दोनों देशों की आवाम आपस में मिल सकें, शादी विवाह कर सकें और आ जा सकें। मुझे तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से हुई मुलाकात याद है, जब मैने अटल जी से कहा और उन्होंने मेरी बात मानी और नवाज शरीफ ने भी उनकी बात मानी।
अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने वाजपेयी जी को कहा था कि पाकिस्तान में जाकर मिले और वह मिले भी और नवाज शरीफ भी उनकी बात मान गए। उन्होंने कहा कि हां दोनों ही देशों के बीच एक लाइन बना देते हैं। हुआ नहीं लेकिन दोनों ही देशों की दुश्मनी ने हिंदू और मुस्लिमों को अलग कर दिया है। ऐसे हालात भारत और पाकिस्तान में ही नहीं है पूरी दुनिया में हो चुके हैं। अंग्रेज भी डरने लगे हैं कि हिंदू और मुस्लिमों में बढ़ रही दूरियां और दुश्मनी से दुनिया को बड़ा नुकसान नहीं हो जाए।