- अलीगढ़ में पुलिसकर्मियों पर जबरदस्त पथराव, दुकानों को बंद कराने पर हुई झड़प
- लॉकडाउन के दौरान सुबह 6 बजे से लेकर सुबह 10 बजे तक दुकानों को खोलने की मिली है छूट
- समय सीमा समाप्त खत्म होने के बाद पुलिसकर्मियों की बातों को लोगों ने नकारा और जबरदस्त हंगामा हुआ
नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1100 के पार है। यूपी सरकार संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन का मुस्तैदी से पालन कराने में जुटी हुई है। लेकिन अलीगढ़ से कुछ जानकारियां सामने आई जो हैरान करने के साथ साथ परेशान भी करने वाली है कि अगर लोग सरकारी तंत्र को अपना समर्थन नहीं देंगे तो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में प्रदेश और देश दोनों कैसे कामयाब होंगे।
लॉकडाउन के दुश्मन, अलीगढ़ में पत्थरबाजी
मामला कुछ यूं है, लॉकडाउन के दौरान आम लोग सब्जी के साथ साथ जरूरी सामानों की खरीद कर सकें इसके लिए बाजार को 6 से 10 बजे खुलने के लिए निर्धारित किया गया है। बुधवार को जब समय पूरा होने पर पुलिस मार्केट को बंद कराने के लिए गई तो भीड़ ने पुलिस वालों को निशाना बनाया। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन की तरफ से अपील की जा रही था कि एकाएक कुछ अराजक तत्वों की तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई। पत्थरबाजी की वजह से किसी को कुछ समझ नहीं आया कि आखिर क्या हो रहा है।
भुजपुरा में वारदात
कोतवाली के भुजपुरा में यह घटना घटी। पुलिस की तरफ से बार बार अपील की जा रही थी कि अब सभी लोग दुकानें बंद कर दें। लेकिन भीड़ की तरफ से पत्थरबाजी होवे लगी। ऐसे में अफरातफरी फैल गई। मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल पहुंची और हालात को काबू पाया गया। पुलिस का कहना है कि इस घटना के लिए जो लोग भी जिम्मेदार होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि यूपी सरकार ने साफ कर दिया कि लॉकडाउन के दौरान अगर कोई शख्स कोरोना के कर्मवीरों पर हमले के लिए जिम्मेदार पाया गया तो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।