- नेशनल हेरॉल्ड केस में राहुल गांधी से दूसरे दिन भी पूछताछ
- सुब्रमण्यम स्वामी सच नहीं बोलना चाह रहे हैं राहुल गांधी
- सच बोलने का मतलब गुनाह कबूलना है
नेशनल हेरॉल्ड केस में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से 13 जून के बाद एक बार फिर पूछताछ हो रही है। ईडी दफ्तर में राहुल गांधी है और सड़कों पर कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि चीन, बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दे पर जब राहुल गांधी ने चुभते सवाल पूछे तो मोदी सरकार को यह सब रास नहीं आया और नतीजा आप देख रहे हैं। लेकिन इस मामले को करीब से देख रहे सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि अगर राहुल गांधी सच बोल देते तो इतनी लंबी पूछताछ की जरूरत नहीं पड़ती।
राहुल गांधी सच बोलते तो..
स्वामी ने कहा कि बात तो साफ है कि काले धन को सफेद बनाने का खेल हुआ। वो जिस आरोप को सालों से लगा रहा है वो अब सामने है। जिस तरह से पी चिदंबरम को 106 दिनों तक जेल में रहना पड़ा। ठीक उसी तरह की कार्रवाई होनी चाहिए। कायदे से कस्टोडियल इंटरोगेशन होना चाहिए। डोटेक्स कंपनी का तो यही काम ही था कि कैश के बदले चेक दो और चेक के बदले कैश लो। स्वामी ने कहा कि अगर वो सच बोलेंगे तो उसे कबूलनामा माना जाएगा। उनका स्पष्ट मानना है कि गांधी परिवार को जेल जाने से कोई नहीं रोक सकता है। जिस तरह की घपलेबाजी की गई है उसमें कड़ी सजा उन्हें जरूर मिलेगी।
राहुल गांधी के सवालों से घबरा गई है सरकार लिहाजा हो रही है पूछताछ- कांग्रेस