नई दिल्ली: हाथरस कांड में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। अब उस संदिग्ध महिला का राज खुल गया है जो हाथरस में पीड़ित परिवार के साथ उनकी रिश्तेदार बनकर रही। महिला की पहचान डॉ. राजकुमारी बंसल के रूप में हुई है। वो मध्य प्रदेश के जबलपुर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर हैं। हाल ही में हाथरस में हुई कथित गैंगरेप की घटना के बाद उन्हें पीड़ित परिवार के साथ देखा गया।
ग्रामीणों का आरोप है महिला डॉक्टर पीड़ित परिवार क उकसाने के लिए रहीं, वहीं डॉ. राजकुमारी बंसल ने अपनी सफाई में कहा कि वह केवल वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए वहां थीं। उन्होंने कहा, 'मैं इंसान के तौर पर आई, उन्हें मेरी सहानुभूति अच्छी लगी। उन्होंने मुझे रुकने को कहा। मैं आर्थिक सहयोग के लिए आई थी। किस आधार पर मुझे नक्सली बोला गया। मैं एक डॉक्टर हूं और फॉरेंसिक एक्सपर्ट भी हूं। मेरा इनसे दूर तक कोई रिश्ता नहीं है।'
डॉ. बंसल पर अब जांच की तलवार लटक रही है। मेडिकल कॉलेज की तरफ से उन्हें नोटिस भी जारी किया गया है। राजकुमारी बंसल ने हाथरस जाने के लिए 4 से 6 अक्टूबर तक तीन दिनों की छुट्टी ली थी। मेडिकल कॉलेज के डीन पीके कासर ने कहा कि राजकुमारी बंसल ने छुट्टी लेने के उद्देश्य के बारे में मेडिकल कॉलेज प्रशासन को सूचित नहीं किया था। हमें मीडिया रिपोर्ट से पता चला कि राजकुमारी बंसल ने हाथरस में विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। सेवा नियमों के अनुसार, वह किसी भी विरोध में भाग नहीं ले सकती क्योंकि वह एक सरकारी अधिकारी है। उन्हें नोटिस दिया गया है और एक सप्ताह के भीतर उसका जवाब मांगा गया है। आगे की कार्रवाई उसके जवाब के अधीन होगी।