- दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हमलावरों ने जितेंद्र गोगी को मारा
- वर्ष 2020 में दिल्ली पुलिस ने गुरुग्राम से जितेंद्र गोगी की गिरफ्तारी की थी
- जितेंद्र गोगी की गिरफ्तारी मकोका के तहत हुई थी।
दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में सामान्य दिनों की तरह वकीलों, मुवक्किलों की आवाजाही थी। लेकिन कोर्ट नंबर 207 के बाहर जो कुछ हुआ वो हैरान करने वाला था। दिल्ली पुलिस कुख्यात अपराधी जितेंद्र गोगी को पेश करने जा रही थी कि एकाएक वकीलों के ड्रेस में आए दो अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला कर गोगी को मौत के घाट उतार दिया। बदले में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई में हमलावर भी मारे गए। ऐसे में जानना जरूरी है कि जितेंद्र गोगी कौन था और उसके सिर पर 6 लाख का इनाम क्यों रखा गया।
मकोका के तहत गोगी की हुई थी गिरफ्तारी
दिल्ली के अलीपुर के रहने वाले जितेंद्र गोगी के सिर दिल्ली और हरियाणा पुलिस दोनों ने इनाम रखा था। दिल्ली पुलिस ने दो लाख रुपए और हरियाणा पुलिस ने चार लाख का इनाम रखा था। इससे साफ है कि वो कितना खतरनाक रहा होगा। वर्ष 2020 में हरियाणा के गुरुग्राम से उसकी गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस ने की। गोगी पर हत्या, अपहरण जैसे कई संगीन केस दर्ज थे। जितेंद्र गोगी का आपराधिक ग्राफ बहुत तेजी से ऊपर जाने लगा तो उसके कई दुश्मन भी बने। दिल्ली पुलिस के लिए वो सिरदर्द बन चुका था हालांकि वो गिरफ्त में आया और उसकी गिरफ्तारी मकोका के तहत की गई थी।
गोगी-टिल्लू की दुश्मनी की कहानी
2013 से पहले गोगी और टिल्लू में गहरी दोस्ती थी। DU के स्वामी श्रद्धानंद कालेज में साथ पढ़ते थे। 2013 DU छात्रसंघ के चुनावों के दौरान मनमुटाव शुरू। गोगी ने दो संदीप और रविंदर की गोली मार दी।संदीप और रविंदर टिल्लू के साथी और करीबी थी
गैंगवार में गिरती गई लाशें
टिल्लू गैंग गोगी गैंग
संदीप, अंकित अरुण कमांडो
राजू चोर निरंजन मास्टर
सुमित अंकित
देवेंद्र प्रधान जितेंद्र गोगी
रवि भारद्वाज
मुकुल
हर्षिता दहिया, वीरेंद्र मान मर्डर में नाम आया था सामने
जितेंद्र गोगी का नाम हरियाणवी गायिका हर्षिता दहिया के साथ साथ आप नेता वीरेंद्र मान की हत्या में भी सामने आया था। पुलिस के मुताबिक मान को करीब 25 गोली मारी गई थी। इसके अलावा 2018 में दिल्ली के बुराड़ी इलाके में टिल्लू गैंग के साथ उसका गैंगवार हुआ था जिसमें तीन लोग मारे गए थे। बताया जाता है कि टिल्लू गैंग से उसकी जानी दुश्मनी थी और दोनों एकदूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते थे।
जेल से रंगदारी, फिरौती और अपहरण का कारोबार
जितेंद्र मान उर्फ गोगी तिहाड़ जेल से दुबई के कारोबारी से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने की वजह से भी सुर्खियों में आया था। जेल से ही रंगदारी, फिरौती के लिए अगवा करने और सुपारी लेकर मर्डर को अंजाम देता था। इसके अलावा गोगी 3 बार पुलिस हिरासत से फरार भी हुआ था। दिल्ली के अलीपुर का रहने वाला जितेंद्र मान 2016 में बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस की हिरासत से फरार हो गया था। हरियाणा की नरवाना कोर्ट में पेशी पर ले जाने के समय बहादुरगढ़ में दो कारों में सवार 10 बदमाशों ने बस को ओवरटेक कर रोका। बदमाशों ने पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्च झोंक दी और फायरिंग करते हुए उसे छुड़ा ले गए। पुलिसवालों के असलहों को गोगी गैंग ने लूट लिया था। जितेंद्र मान अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली, हरियाणा में वारदातों को अंजाम देने लगा।