नई दिल्ली: एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कोरोना वायरस के टीके के लिए अपने नंबर का इंतजार करते हैं और नंबर आने पर अस्पताल जाकर वैक्सीन लेते हैं। वहीं कर्नाटक सरकार में मंत्री बीसी पाटिल अपने आवास पर कोरोना की वैक्सीन लगवाते हैं। इसे लेकर अब सवाल खड़े होने लगे हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से इस पर रिपोर्ट मांगी है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि प्रोटोकॉल में इसकी अनुमति नहीं है। हमने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
वहीं इस पर अपना पक्ष रखते हुए पाटिल ने कहा है कि अगर मैं टीका लगाने के लिए अस्पताल जाता तो वहां के लोगों को मेरी वजह से इंतजार करना पड़ता। लेकिन, यहां मैं लोगों के लिए उपस्थित हो सकता हूं और टीकाकरण भी करवा सकता हूं। इसमें गलत क्या है?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि सोमवार सुबह नौ बजे से मंगलवार अपराह्न एक बजे तक 60 साल से अधिक आयु के और अन्य बीमारियों से ग्रसित 45 से 60 साल तक के 2,08,791 लोगों को कोविड-19 टीकों की पहली खुराक दी गई है। देश में मंगलवार अपराह्न एक बजे तक कोविड-19 टीके की कुल 1,48,55,073 खुराक लोगों को दी जा चुकी है।