'लोगतंत्र' में बात हुई उत्तर प्रदेश की, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक ऐलान की। दरअसल, यूपी में पिछले कुछ महीनों से माफियाओं के खिलाफ जो कार्रवाई की जा रही है, उसमें 1500 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है। अब मुख्यमंत्री ने माफियाओं की जब्त जमीन पर गरीबों-दलितों के लिए मकान बनवाने का ऐलान किया है। उन्होंने ये भी कहा कि माफियाओं को जो साथ लेकर जाएगा, पीछे-पीछे बुलडोजर भी घूमता हुआ जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार पर पहले ही ये आरोप लग रहे हैं कि वो सिलेक्टिव कार्रवाई कर रही है, विपक्ष से जुड़े लोगों को भी निशाना बनाया जा रहा है। हांलाकि एक पक्ष ये सवाल भी पूछ रहा है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने से पहले संपत्ति को कैसे जमीदोज किया जा सकता है।
मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, सुंदर भाटी। ये तीन नाम यूपी में माफियाराज के चेहरे हैं। यूपी में हर किसी ने इनकी बाहुबली इमेज और अवैध तरीके से कमाई गई संपत्ति के किस्से सुन रखे होंगे। योगी सरकार ने अतीक अहमद के इलाहाबाद के घर, मुख्तार अंसारी के मऊ की प्रॉपर्टी और सुंदर भाटी की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलवाएं, बड़ी-बड़ी शान से खड़ी इनकी इमारतों को ध्वस्त कर दिया, जमीदोज कर दिया गया। योगी सरकार ने मुख्तार अंसारी के गाजीपुर के घर को सील कर दिया था, माफियाओं और उनके गुर्गों की कई सपंत्तियों पर जमीदोज कर दिया गया।
योगी सरकार ने 25 बड़े माफियाओं के खिलाफ एक्शन लिया है। पूर्व सांसद अतीक अहमद की 325 करोड़ की संपत्ति या तो जब्त या फर ध्वस्त कर दी गई। वहीं बसपा विधायक मुख्तार अंसारी की 194 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई। जबकि गैंगस्टर सुंदर भाटी की 63 करोड़ की संपत्ति को जब्त या ध्वस्त कर दिया गया। इसके अलावा ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह की 17.91 करोड़ रुपये की संपत्ति पर कार्रवाई की गई।