'न्यूज की पाठशाला' में बात हुई दलितों पर 'दिखावा पॉलिटिक्स' की। क्या चन्नी के नाम पर चुनावी टाइम पास होने वाला है? कांग्रेस को अचानक दलित सीएम क्यों याद आया? कांग्रेस ने चुनाव से पांच महीने पहले दलित सीएम बना दिया। चरणजीत सिंह चन्नी ने सीएम पद की शपथ ले ली। उनके साथ दो डिप्टी सीएम भी बना दिए गए। एक डिप्टी सीएम जाट सिख और दूसरा हिंदू। कुल मिलाकर कांग्रेस ने चुनाव के लिए पांच महीने पहले खुद को रिसेट किया है।
पंजाब में 1966 के बाद 22 साल कांग्रेस सरकार रही और 22 साल अकाली सरकार रही। कांग्रेस की 10 सरकारों में दलित सीएम एक भी नहीं रहा। अकाली दल की भी 7 सरकारों में दलित सीएम कोई नहीं रहा।
दलितों पर चुनावी पॉलिटिक्स
- कांग्रेस ने चुनाव से ठीक पहले दलित सीएम बनाया
- अकाली दल का वादा- चुनाव जीते तो दलित डिप्टी सीएम बनाएंगे
- बीजेपी का वादा- चुनाव जीते तो दलित सीएम बनाएंगे
पंजाब का चुनावी समीकरण
- सिख वोटर- 58%
- हिंदू वोटर- 38%
- अन्य- 4%
पंजाब का दलित समीकरण
- कुल आबादी का 34% दलित
- सिख आबादी में 57% दलित
- हिंदू आबादी में 38% दलित
1947 के बाद पंजाब में 16 मुख्यमंत्री
- 20% जाट सिख आबादी- 11 सीएम (1966 के बाद सिर्फ एक सीएम छोड़कर सब जाट सिख सीएम)
- 38% हिंदू आबादी- सिर्फ 3 सीएम (1966 के बाद कोई हिंदू सीएम नहीं बना)
- 34% दलित आबादी- सिर्फ 1 सीएम (75 साल में पहले दलित सीएम बनाए गए)
दलित पॉलिटिक्स नाम पर सिर्फ दिखावा
- देश में दलित आबादी- 20%
- अब तक दलित प्रधानमंत्री- 0
- अब तक दलित राष्ट्रपति- 2
- अब तक दलित सीएम- सिर्फ 8
- मौजूदा दलित सीएम- सिर्फ 1 (28 राज्य+8 केंद्र शासित प्रदेश)