न्यूज की पाठशाला में आज लगी इंग्लिश की क्लास। इसमें उमर अब्दुल्ला को Give और Deliver का मतलब समझाया गया। बताया गया कि जम्मू कश्मीर में पिछले 2 साल में क्या हुआ है? उमर अब्दुल्ला का कहना है कि 2 साल में कश्मीर में कुछ पॉजिटिव नहीं हुआ। कश्मीर में सारा काम पहले की सरकारों ने किया। हमारे प्रोजेक्ट्स को अपना बता कर उद्घाटन हुए। गुलाम नबी स्वास्थ्य मंत्री थे, तब मेडिकल कॉलेज दिए। मनमोहन सिंह पीएम थे, तो बड़े प्रोजेक्ट्स की नींव रखी।
न्यूज की पाठशाला के माध्यम से ही बताया गया कि आखिर 2 साल में किस तरह जम्मू-कश्मीर के लिए मोदी सरकार ने काम किया है। किस तरह पहले सिर्फ घोषणाएं होती थीं और बाद में मोदी सरकार ने अधूरे प्रोजेक्ट्स को पूरा किया। जम्मू कश्मीर ऐसा राज्य हैं जहां अधूरे प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए एक कमेटी बनाई गई। ऐसे 1100 प्रोजेक्ट्स, जो 20 साल से भी पुराने हैं, उन्हें 1556 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया गया।
उमर अब्दुल्ला 2009 से 2015 तक 6 साल मुख्यमंत्री थे। इन 6 साल में 7000 छोटे बड़े प्रोजेक्ट शुरू हुए थे। कुछ में काम, बाकी सब कागज पर हुए। जिनमें काम हुआ, वो कुछ पैसा लगाने के बाद बंद हुए। ये सभी प्रोजेक्ट पिछले एक साल में कंप्लीट हुए।
पिछले दो साल में क्या बदला?
नई औद्योगिक नीति आई। 1 हजार 548 करोड़ के 15 प्रोजेक्ट को पिछले महीने जम्मू में जमीन मिली। 20 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने वाली है। इससे 84 हजार नौकरियां मिलेंगी। निवेश का टारगेट 30 हजार करोड़ से 50 हजार करोड़ किया।
जम्मू-कश्मीर में कितने प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है?
2 नए एम्स- फरवरी 2020 में ऐलान, अगस्त 2022 तक पूरा होना है
7 नए मेडिकल कॉलेज- फरवरी 2020 में ऐलान
5 नए नर्सिंग कॉलेज- फरवरी 2020 में ऐलान
2 कैंसर संस्थान- सितंबर 2019 में ऐलान
जम्मू और श्रीनगर में मेट्रो
IT पार्क- फरवरी 2020