नई दिल्ली : जम्मू में वायु सेना के एयरबेस पर हुए हमलों की जांच अब राष्ट्रयी जांच एजंसी (NIA) को सौंप दी गई है। गृह मंत्रालय ने हमले की जांच का मामला एनआईए को ट्रांसफर कर दिया है। शनिवार-रविवार की रात दो ड्रोन के जरिए वायु सेना स्टेशन पर हुए हमले की जांच में स्थानीय एजेंसियां जुटी हैं लेकिन अभी शुरुआती जांच में हमले के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है। चूंकि जम्मू पुलिस ने इसे आतंकी हमला बताया है, ऐसे में अब यह जांच एनआईए के हवाले की गई है। देश भर में आतंकी हमलों की जांच यही जांच एजेंसी करती है।
आतंकवादी हमलों की जांच करती है NIA
हमले का यह केस एनआईए को ट्रांसफर कर गृह मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि जांच का यह दायरा केवल जम्मू-कश्मीर तक सीमित नहीं रहेगा। जांच एजेंसी इस हमले के सभी पहलुओं की जांच करेगी। दरअसल, अभी तक की जांच से यह तय नहीं हो पाया है कि दोनों ड्रोन आए कहां से थे। क्या ये दोनों ड्रोन सीमा पार यानि पाकिस्तान से आए थे या इन्हें जम्मू में किसी स्थान से उड़ाया गया था। एक बार यह पता चल जाने पर जांच की गति तेज हो जाएगी।
ड्रोन कहां से आए थे अभी इसकी जानकारी नहीं
एनआईए अपनी जांच में बीएसएफ और सेना की भी मदद ले सकती है क्योंकि जम्मू की अंतरराष्ट्रीय सीमा की रखवाली बीएसएफ और नियंत्रण रेखा पर सेना तैनात है। यदि ये ड्रोन जम्मू के किसी इलाके से उड़ाए गए हैं तो जांच एजेंसी उन नागरिकों की संलिप्तता उजागर करेगी जो इन हमलों में शामिल हैं। जांच एजेंसी की सामने एक दिक्कत यह भी है कि ये ड्रोन हमला करने के बाद वापस लौट गए। इनका कोई भी मलबा या उपकरण नहीं मिला है। आतंकी हमलों में साक्ष्य का होना काफी मायने रखता है।