नई दिल्ली: आज अफगानिस्तान में तालिबान के राज का तीसरा दिन है और तीसरे दिन ही खूनी तालिबान का असली चेहरा दिखना शुरु हो गया है सड़कों पर तालिबानी लड़ाके खुलेआम फायरिंग कर रहे हैं साथ ही लोगों को टॉर्चर भी किया जा रहा है कल जो आपने तस्वीरें देखीं थीं उनको देखकर ऐसा लग रहा था कि आज का तालिबान 20 साल पुराना तालिबान नहीं रहा...
कहा जा रहा है कि नया तालिबान पहले से कुछ अलग है, लेकिन सच्चाई इससे एकदम उलट है, सच तो ये है कि आज का तालिबान भी पहले के तालिबान की तरह है, जो लोगों पर आज भी कोड़े बरसा रहा है... भीड़ पर गोलियां चला रहा है..
वहीं अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ वहां की जनता ने विद्रोह का बिगुल फूंक दिया है वहां के लोगों ने भी तालिबान के झंडे के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी शुरु कर दी है, अब अफगानिस्तान के लोग तालिबानी झंडों को उतारकर वहां अपने पुराने झंडों को लगा रहे है, जलालाबाद में लोगों ने मस्जिद के ऊपर से तालिबान के झंडे को उतारकर नेशनल फ्लैग लगा दिया।
अफगानिस्तान के लोग दो हिस्सों में बंट गए हैं। एक तरफ तालिबान है और उसका साथ देने वाले जो Islamic Emirate of Afghanistan का झंडा उठाकर चलते हैं। दूसरे वो नागरिक हैं, जो अपने नेशनल फ्लैग यानी Islamic Republic of Afghanistan के झंडे को ही अपने शान समझते हैं। देखें अंकित त्यागी के साथ Logtantra..