Shivsena : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी के सांसदों के साथ बैठक कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि शिवसेना के 19 सांसदों में से केवल 12 सांसद इस बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। समझा जाता है कि बैठक में नहीं पहुंचने वाले सांसद शिंदे गुट के संपर्क में हो सकते हैं। बैठक में शामिल होने के लिए गजानन कीर्तिकर, अरविंद सावंत, विनायक राउत, हेमंत गोडसे, धैर्यशील माने, प्रताप जाधव, सदाशिव लोखंडे, राहुल शेवाले, श्रीरंग बार्ने, राजन विचारे, ओमराज निंबालकर, राजेंद्र गावित पहुंच हैं।
बैठक से ये 7 सांसद नदारद
इस बैठक से भावना गवली, संजय जाधव, संजय मांडलिक, हेंत पाटिल, श्रीकांत शिंदे, कृपाल तुमाने और कालाबेन देलकर अनुपस्थित हैं। शिवसेना के सांसदों ने राष्ट्रपति पद की एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का समर्थन करने की अपील की है। इस बैठक में उद्धव इस बारे में फैसला कर सकते हैं।
अहम मानी जा रही है शिवसेना सांसदों की यह बैठक
विधायकों की बगावत के बाद सियासी गलियारे में चर्चा है कि शिवसेना के सांसद भी उद्धव का साथ छोड़कर भाजपा या शिंदे के साथ जा सकते हैं। कुछ सांसदों ने उद्धव को शिंदे का साथ सुलह करने की सलाह भी दे चुके हैं। शिंदे के पास शिवसेना के 40 एवं 10 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। विधायकों की बगावत के बाद शिवसेना सांसदों की इस बैठक पर सभी की नजरें लगी हैं। मातोश्री की बैठक में जो सांसद नहीं पहुंचे हैं उन्हें लेकर अलग तरह की अटकलें लगनी तय है। हालांकि ये सांसद बैठक से अपनी दूरी का कोई कारण दे सकते हैं। पिछले दिनों ठाणे नगर निगम के 66 पार्षद भी शिंदे गुट में शामिल हो गए। ठाणे शिवसेना का गढ़ माना जाता है।