टाइम्स नाउ नवभारत के स्टिंग ऑपरेशन से कई साजिशों का पर्दाफाश हुआ। अबु बकर की सच्चाई सामने आई। अबु बकर केवल यूपी हरियाणा में ही धर्म परिवर्तन नहीं करवाता था बल्कि कश्मीर में गरीब लोगों को बर्गलाने का काम भी करता है। अबु बकर ने स्वीकार किया कि मूक बधिरों का जबरन धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में गिरफ्तार उमर गौतम से उसकी कैसी जान पहचान है। इतना ही नहीं यूपी की सियासत में भी अबु बकर अपना दबदबा होने की बात करता है।अबु बकर ने खुद समाजवादी पार्टी और आजम खान का नाम लिया। अबु बकर का कहना है कि यूपी में गठबंधन की बात पता चलते ही वो आगे की रणनीति तय करेगा।
अबु बकर के खुलासे राजनीति के ईर्द-गिर्द हुए। धीरे-धीरे उसने नेताओं के नाम लिए। टाइम्स नाउ नवभारत के रिपोर्टर्स से बात करते हुए अबु बकर ने समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान का नाम ले लिया। आजम खान इस वक्त बेहद बीमार हैं और उनका इलाज चल रहा है। अबु बकर को नहीं पता था कि उसकी सारी बातचीत छिपे हुए कैमरे में कैप्चर हो रही है...रिपोर्टर ने उत्तर प्रदेश पर बात करना शुरू किया।
रिपोर्टर- अच्छा अबु भाई जैसे समीर भाई जानते हैं, भाई साहब को भी कल बताया था, सियासी घरानों में अपना ठीक है, मैं जाऊंगा भी हो सकता है परसो मैं निकलूं...तो यूपी में अब पार्टी का नाम क्या लिया जाए,खुद ही जान जाएंगे, कुछ हमलोग कर सकते हैं, तो हम आपकी मुलाकात करा देंगे जाने से पहले, मतलब कुछ मदद हमलोग कर सकते हैं यूपी में?
अबु बकर- हो सकती है
रिपोर्टर- कुछ लिंक है आपका, किसी पार्टी के साथ आपने कुछ किया है ? यूपी में कुछ सपोर्ट हैं?
रिपोर्टर- हां आपको मिलवा देंगे उनसे, अगर हमलोग कुछ कर सकते हैं, पूछ रहे थे हमसे
रिपोर्टर- देखिए अल्लाह के करम से कमी नहीं है, व्यापार अपना बड़ा है, काम धंधा अपना चल ही रहा है...
रिपोर्टर- फंडिंग तो है करते हैं, फंडिंग तो हमारा जाता है, तो अभी आप बता रहे थे तो हमारे जेहन में आया कि...
रिपोर्टर- इसकी कोई दिक्कत नही है, अल्लाह का शुक्र है...
रिपोर्टर- हम तो फंडिंग करते हैं हमारा जो काम होता है बिजनेस प्वाइंट ऑफ व्यू से...
रिपोर्टर- हम उनको फंडिंग करते हैं उनको पैसा देते हैं हमारा काम चलता है, लेकिन इसके साथ-साथ कौम का कुछ भला हो सके, तो वो एक बार आप जेहन में रखिए और बताइए तो मैं....
अबु बकर- अभी ये दो तीन दिन में हीं पता लग जाएगा गठबंधन का जो ये मामला चल रहा है, इसमें दो तीन दिन में क्या होता है रिजल्ट निकल जाएगा साफ साफ...
अबू बकर- असल में इन्होंने थोड़ा बहुत नुकसान किया है सपा वालों ने, आजम खान के सपोर्ट में बिल्कुल नहीं बोल करके
अबु बकर ने बताया कि
1. यूपी में गठबंधन की बात पता चलते ही वो आगे की रणनीति तय करेगा
2. उसने ये भी कहा कि समाजवादी पार्टी ने आज़म खान का समर्थन नहीं किया
इस बीच कश्मीर का भी जिक्र हुआ, जिससे कई खुलासे हुए
रिपोर्टर- जनाब जब हम इतना कर रहे हैं तो हमें और भी देखना होगा, कश्मीर के हालात आप नही देख रहे हैं...वहां कुछ किया आपने कुछ काम?
अबु बकर- जमीन पर हमारी टीम ने कुछ काम किया लेकिन हम ज्यादा नहीं कर पाए...
रिपोर्टर- क्यों
अबु बकर- असल में सही बात ये है, कश्मीर में इंटेलिजेंस है ना वो बहुत हाई फाई है, आप अब जो अब्दुल हमीद नाम का एक इंटेलिजेंस का बंदा है, वो यूं कह रहा था तीस हजार रुपए पे भाई भाई के खिलाफ गवाही दे देता है...
रिपोर्टर - हम्मम
अबु बकर - तीस हजार रुपए...
रिपोर्टर- तो वहां पर काम क्या किया आपने?
अबु बकर- काम ये जो है अपने दावत की...काम किया...अंदर खाने हमने साथियों को जोड़ा, संगठन बनाई, तंजीम बनाई, वेस्ट मुस्लिम मोर्चा से सभी लोगों को जोड़ा...
रिपोर्टर- कहां कश्मीर में?
अबु बकर- पुंछ एक जगह है, जम्मू में वहां हमें रिजल्ट ये मिला कि वहां गरीब तबका ज्यादा है, और जब ये होता है ना बर्फ का मामला, सारे लोग वहां से इलाका छोड़ कर मांगने के लिए पूरे देश में घूमते है...वहां करोड़पति बना हुआ है, यहां मांगता फिर रहा है...
रिपोर्टर - तो ये दाऊद के लिए आपने काम किया था?
अबु - नहीं दावत, दावत
अबु बकर- मौलाना कलीम सिद्दीक़ी साहब है ना...
रिपोर्टर - जी जी
रिपोर्टर- दावत से तो उमर भाई का भी ताल्लुकात रहा है...
अबु बकर- उमर गौतम
रिपोर्टर - हां, हां, उमर भाई से मुलाकात है आपकी ?
अबु बकर- मेरा अच्छा बनता था उनसे, अच्छे ताल्लुकात थे,
रिपोर्टर- बहुत नाम सुना है
रिपोर्टर- उन्होंने दीन का बहुत काम किया है, ये तो खैर इन्होंने बर्बाद कर दिया...
अबु बकर- असल में ये जो मामला हुआ था ना, इसके तह तक कोई नही गया, वो तो मौलाना साहब का हमसे थोड़ा राबता था इसलिए बता दिया, ये जो सरस्वती करके महाराज था ना, शारदानंद, क्या नाम था, सरस्वती
रिपोर्टर- श्रद्धानंद
रिपोर्टर- डासना का, कहां पड़ता है डासना ?
अबु बकर- ये मसूरी के पास, U.P में, तो यहां इसने मंदिर बना रखा है, अब जाहिर सी बात है, यहां मौलाना उमर गौतम के हाथ से दो लोग इस्लाम में दाखिल हुए थे...
रिपोर्टर- हम्मम
अबु बकर- तो इस्लाम में जब दाखिल हुए, तो उसने जब मोहम्मद सलावसल्लम के शान में गुस्ताखी की, ये दोनो वहां पहुंच गए, गए थे ये इसलिए कि महाराज जी से मुलाकात करें, और उनको समझाए की इस्लाम ये नही है जो आप बता रहें हैं, इस्लाम ये है जो हम बता रहे हैं...इस्लाम का सही इंट्रोडक्शन कराने के मकसद से वहां गए थे...
रिपोर्टर- हम्मम
अबु बकर- लेकिन वो ऐसे हुआ कि जैसे ये दोनो मंदिर की गेट पर पहुंचे फौरन पुलिस बुला दी गई...
रिपोर्टर- हम्मम
अबु बकर- बाबाजी से मुलाकात ही नही हुई, उन्होंने फौरन, पुलिस बुला ली जी ये मुझे मारने आए हैं...ऑन द स्पॉट ये हुआ कि ये मुझे मारने आए हैं, अब जब देखा कि तुम्हारे पास कुछ है या नही तो उनके बैग में किताब थी, अच्छा किताब पर उमर गौतम साहब का एड्रेस था...
रिपोर्टर- अच्छा
अबु बकर- किताब पर जो है, उमर गौतम साहब का एड्रेस था, तो वहां से ये उमर गौतम साहब के पास पहुंचे कि इनसे आपका क्या सिला है, तो जब ये सेंटर पर पहुंचे तो सेंटर पर बहुत सारे न्यू मुस्लिम बैठे हैं...
रिपोर्टर- हम्मम
अबु बकर- अब मैं अपनी बात बताऊं तो तीन हजार के करीब लोग ऐसे हैं जो मेरे हाथ से इस्लाम में आए हैं...
रिपोर्टर- अच्छा तीन हजार लोगों को आपने इस्लाम में कनवर्ट किया !
अबु बकर- जी जी अल्लाह का शुक्र है, जिसमे 45 लोग तो यहीं है जो मेरे बिल्कुल उसमे हैं, इनका खाना पीना सारा खर्चा मैं हीं...
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इस खुलासे से जो बातें सामने आईं वो ये हैं:
1. अबू बकर मजबूत इंटेलिजेंस के कारण कश्मीर में अपने पैर नहीं पसार पाया
2. हालांकि अबू बकर कश्मीर में गरीब लोगों को खाना खिलाकर अपनी पैठ जमाने की कोशिश में है
3. उमर गौतम और अबू बकर में अच्छी जान पहचान है
4. उमर गौतम को यूपी ATS ने गिरफ्तार किया था
3. उमर गौतम मूक बधिरों का जबरन धर्मपरिवर्तन करवाता था
4. अबु बकर का ये भी दावा है कि उसने खुद 3000 लोगों को मुसलमान बनाया है