आज आपका एक नाम से परिचय होगा, इससे आप जान पाएंगे कि वो नाम किस तरह एक ग्रुप बनाकर देश में चुपचाप धर्मपरिवर्तन का खेल कर रहा है। इसके बारे में जानकार आप हैरान रह जाएंगे, सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि इस देश में जबरन धर्मपरिवर्तन के लिए कितनी गहरी साजिश रची जा रही है। ये शख्स अकेला नहीं है, इसकी पूरी टीम है। इसकी टीम के सदस्य खुद को मुजाहिद कहते हैं और देश में एक स्लीपर सेल की तरह काम करते हैं, इसलिए हमने अपने खुलासे का नाम भी रखा है ऑपरेशन स्लीपर सेल।
इस शख्स का नाम है अबु बकर। अबु बकर रहता तो हरियाणा के मेवात में है लेकिन वो पूरे देश में धर्मपरिवर्तन का धंधा चलाता है। हम इसे धंधा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अबु बकर धर्मपरिवर्तन कराने के लिए किसी की मजबूरी का फायदा उठाता है, किसी को धमकाता है, किसी को जान से मारने की धमकी देकर जबरन उसका धर्म बदलवाता है। हमारे आज के खुलासे को देखकर आप समझ जाएंगे कि अबु बकर किस तरह धर्मपरिवर्तन को एक संगठित अपराध की तरह कर रहा है। इसे करने में वो मनोविज्ञान की मदद लेता है, इसे करने में वो किसी की मजबूरी का फायदा उठाता है। इसे करने के लिए वो मानवीय संवेदनाओं से खिलवाड़ करता है।
Times Now नवभारत की स्पेशल इंवेस्टिगेटिव टीम पिछले कई दिनों से अबु बकर को ट्रेस कर रही थी। हमारी SIT उसके पीछे थी और आखिरकार हम कामयाब रहे, अबु बकर की जुबानी उसका सच सामने लाने में। ये स्टिंग ऑपरेशन जुलाई के आखिरी हफ्ते में शूट किया गया था और कल यानी रविवार को अबु बकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
'नागपुर में 750 हिंदुओं को मुसलमान बना दिया'
टाइम्स नाउ नवभारत की स्पेशल इंवेस्टिगेटिव टीम ने ग्राउंड जीरो पर जाकर अबू बकर को उसकी प्रोफाइल के साथ ढूंढा और उसे एक होटल तक ले आए। अबु बकर पहले हिंदू था। उसका नाम राजेश यादव था। ब्राह्मणों से बदला लेने के लिए वो हिंदू से मुसलमान बन गया। अब वो पुलिस प्रशासन और सिस्टम की आंख में धूल झोंककर एक स्लीपर सेल की तरह काम करता है। अबू बकर का नाम पहली बार सबके सामने तब आया जब यूपी ATS ने कुछ दिन पहले देश में चल रहे धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ किया लेकिन अबु बकर अपने काम में इतना माहिर है कि वो अपराध तो करता है लेकिन सबूत नहीं छोड़ता। अबु बकर खुद कहता है कि उसपर 50 मुकदमे हैं। वो कहता है कि RSS के गढ़ नागपुर में उसने 750 हिंदुओं को मुसलमान बना दिया। उसका दावा है कि अब तक उसने तीन हजार हिंदुओं को मुसलमान बना दिया है। खुद हरियाणा के मेवात में रहता है लेकिन देश के किसी कोने में हिंदू को मुसलमान बनाना हो तो अबु बकर उसे जमीन से लेकर, उसकी शादी तक सबका इंतजाम फौरन कर देता है।
समाज में फैले ऊंच नीच के भेदभाव का फायदा उठाता है अबु बकर
बातचीत में अबु बकर ने बता दिया कि वो किस तरह लोगों का ब्रेनवॉश करता है और उन्हें पता भी नहीं चलता और इसके बाद वो उनका धर्मपरिवर्तन करवा देता है। अबू बकर ने एक कहानी सुनाकर बताया कि किस तरह उसने एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति की दुखती रग पर हाथकर उसका धर्मपरिवर्तन करवा दिया। अबु बकर के निशाने पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोग रहते हैं। उसे पता है कि किस राज्य में SC और ST की कितनी संख्या है। अबु बकर की बातों से साफ है कि वो और उसकी टीम समाज में फैले ऊंच नीच के भेदभाव का फायदा उठाती है। ये उनलोगों की तलाश में रहते हैं जो समाज में पिछड़े हुए हैं और उनसे अपनापन दिखाकर उन्हें मुसलमान बनवा देते हैं। वो सरकार के विरोधियों की मदद करता है ताकि मुश्किल में उसे मदद मिल सके। CAA और NRC के विरोध के दौरान उसने इसी तरह दूसरे धर्म के लोगों से मदद ली।