Mehbooba Mufti : जम्मू-कश्मीर में मतदान को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला किया है। चुनाव आयोग ने बुधवार को कहा कि मतदाता सूची में यदि गैर-स्थानीय लोग अपना नाम दर्ज करा लेते हैं तो उन्हें वोटिंग करने का अधिकार होगा। सरकार के इस फैसले पर पीडीपी प्रमुख एवं राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में बाहरी लोगों को बसाने की कोशिश की जा रही है। सरकार चुनावी लोकतंत्र के ताबूत में अंतिम कील ठोक रही है।
भाजपा के हित में काम हो रहा है-महबूबा
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार संविधान को खत्म करना एवं देश को बीजेपी राष्ट्र बनाना चाहती है। महबूबा ने इस मुद्दे पर सभी विपक्षी दलों को एक साथ आने की अपील की। एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि भाजपा जम्मू कश्मीर को अपने लिए एक प्रयोगशाला बना रही है। आज घाटी में कश्मीरी पंडितो को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक मुस्लिम बहुत राज्य ने भारत के साथ रहना पसंद किया। यहां के लोग धर्मनिरपेक्ष भारत का हिस्सा बनकर रहना चाहते थे लेकिन मतदान से लोगों का विश्वास उठ गया है। यहां सब भाजपा के हित में काम किया जा रहा है।
बाहरी लोगों को डोमिसाइल सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं होगी
जाहिर है इसे अनुच्छेद 370 के बाद जम्मू-कश्मीर को लेकर सरकार का एक बड़ा फैसला माना जा रहा है। खास बात यह है कि गैर-स्थानीय लोगों को मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए निवास प्रमाण पत्र (डोमिसाइल सर्टिफिकेट) की जरूरत नहीं होगी। इस फैसले के बाद केंद्रशासित प्रदेश में बाहरी प्रदेशों से मजदूरी करने वाले, दुकान चलाने वाले और इस तरह के अन्य काम करने वाले दायरे में आएंगे और चुनाव में उन्हें वोटिंग करने का अधिकार होगा।
उमर अब्दुल्ला ने भी पूछे सवाल
सरकार के इस फैसले को लेकर राज्य के पूर्व सीएम एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने अपने एक ट्वीट में पूछा कि क्या भगवा पार्टी जम्मू-कश्मीर के मौलिक वोटरों के समर्थन को लेकर इतनी असुरक्षित है कि उसे जीतने के लिए बाहरी वोटरों के साथ की जरूरत है? इस तरह की चीजों से भाजपा को मदद नहीं मिलने वाली।
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राज्य में होने हैं विधानसभा चुनाव
जम्मू कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी हिरदेश कुमार ने बुधवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों में गैर-स्थानीय लोग मतदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में वो लोग भी मतदान कर सकते हैं जो जम्मू कश्मीर में पढ़ाई के लिए आए हैं। बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यहां विधानसभा चुनाव नहीं हुआ है। जम्मू एवं कश्मीर की विधानसभा सीटों के लिए परिसीमन आयोग की रिपोर्ट को सरकार ने नोटिफाई कर दिया है। आने वाले समय में राज्य में विधानसभा चुनाव होंगे।