- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की रची जा रही है साजिश
- एनआईए के हाथ लगा धमकी भरा मेल, मेल में तीन शब्द 'किल नरेंद्र मोदी'
- धमकी भरा मेल मिलने के बाद पीएम मोदी का सुरक्षा चक्र बढ़ाया गया
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की बड़ी साजिश रची जा रही है और इसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। टाइम्स नाउ को मिली जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के हाथ कुछ धमकी भरे ऐसे मेल लगे हैं जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है। ईमेल के कंटेंट की जांच की जा रही है। इस मामले में एनआईए ने उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। फिलहाल एनआईए पूरे मामले की जांच में जुटा हुआ है। इसे लेकर गृह मंत्रालय ने एसपीजी को भी सूचित किया है।
यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब पीएम मोदी के प्रति नफरत की राजनीतिक को बढ़ावा दिया जा रहा है और हत्यारों को उकसाया जा रहा है। ईमेल का पता लगने के बाद बाहरी तत्वों पर नजर रखी जा रही है। भारत के बाहर के रहने वाले अपराधी और आतंकी तत्वों पर नज़र रखी जा रही है। खतरे के मद्देनजर पीएम मोदी के लिए सुरक्षा कवच बढ़ा दिया गया है।
तीन शब्दों का ई-मेल
एनआईए इसके बाद से कई प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में है जिनमें रॉ, खुफिया ब्यूरो (आईबी), डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल हैं। इस ई मेले को ylalwani@12345@gmail.com से भेजा गया है जिसमें कुछ गणमान्य लोगों को मारने की बात कही गई है। इस ई मेल में 3 शब्द लिखे गए हैं- 'किल नरेंद्र मोदी' (नरेंद्र मोदी की हत्या)। इस पूरे मामले को एसपीजी के सामने लाया गया है जिसके पास पीएम मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप यानि एसपीजी ही पीएम मोदी की सुरक्षा करता है।
ईमेल का विवरण:
प्रेषक (भेजने वाला): ylalwani12345@gmail.com
किसे भेजा गया है: info.mum.nia@gov.in पर
तारीख: शनिवार, 8 अगस्त 2020 को भेजा गया
समय: तड़के 1:34:06
मेल में निर्देश: नरेंद्र मोदी को मार डालो
पहले भी मिलती रही है धमकी
आपको बता दें कि पीएम मोदी हर रोज साउथ ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय में आते हैं। इस ई मेल के मिलने के बाद से सारी सुरक्षा एजेंसियां चौकस हो गई हैं और सुरक्षा व्यवस्था पर और सख्त निगरानी की जा रही है। आपको बता दें कि पीएम मोदी का आवास लोक कल्याण मार्ग पर है जहां पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहती है। इससे पहले भी पीएम मोदी को जान से मारने की धमकी मिलती रही है जिनमें पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों और कट्टवारी इस्लामिक जिहादी समूहों का नाम सामने आता रहा है।