लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर उत्तर प्रदेश के ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने टाइम्स नाउ नवभारत से खास बातचीत की है। उन्होंने कहा कि ये काफी संवेदनशील मुद्दा था। सभी शवों का अंतिम संस्कार हो गया है। जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जिसको भी सूचना देनी है, वो इस पर दे सकते हैं। उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। हालांकि कुछ लोग अशांति फैलाना चाहते हैं। हम पीड़ितों को भरोसे में लेकर कार्रवाई कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। अभी तक किसी की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी विवेचना जारी है। कई केस होते हैं जिनमें गिरफ्तारी में समय लगता है। अभी तक तो था कि FIR ही नहीं हो सकती। बिना प्रक्रिया के कुछ भी करना जल्दबाजी होगी।
विपक्ष के नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने से क्यों रोका गया इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पहले ही दिन जिला प्रशासन ने बता दिया था कि वहां जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी, एक ही नहीं सभी को रोका गया। आज जब स्थितियां अनुकूल हैं तो जाने दिया जा रहा है। जब कानून-व्यवस्था की स्थिति होती है तो ऐसा किया जाता है।
घटना के बारे में उन्होंने कहा कि उस दिन पर्याप्त पुलिसबल था, 3 बजे तक कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, फिर ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, गाड़ियों का मूवमेंट हुआ जिसमें कुछ लोग दब गए। इतनी बड़ी घटना अमूमन होती नहीं है, लेकिन अब हो गई तो फिर उसी हिसाब के कार्रवाई की जा रही है।