मसूद अजहर का नाम आते ही कंधार कांड याद आता है, IC-814 हाइजैक याद आता है, जम्मू कश्मीर विधानसभा पर हमला याद आता है, भारत की संसद पर हमला याद आता है। ये सब भारत कभी नहीं भूलेगा। मसूद अजहर को IC-814 प्लेन के पैसेंजर्स की रिहाई के बदले में छोड़ना पड़ा था। इस घटना को 22 साल हो गए। 22 सालों में मसूद अजहर ने भारत को कई बार जख्म दिए हैं। हमारे सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान ली है। मसूद अजहर के टेरर प्रोफाइल को देखना जरूरी है। इन जख्मों को फिर से याद करना जरूरी है, क्योंकि एक-एक जख्म का हमें हिसाब लेना है। मसूद अजहर को पालने वाले पाकिस्तान का हिसाब करना है।
मसूद अजहर आज की तारीख में आतंक की गलियों का बड़ा और खूंखार नाम है। FATF की ओर से पहले ही ग्रे लिस्ट में डाले गए इस खूंखार दहशदगर्द को इस सबसे बड़े सबूत के बाद ब्लैकलिस्ट में पहुंचना लगभग तय है। Times Now Navbharat के खुलासे के बाद क्या अब मसूद पर क्या एक्शन लेगा पाकिस्तान?