- राजस्थान के टोंक में दशहरे का उल्लास सांप्रदायिक तनाव में बदल गया
- यहां दशहरा जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई
- तनाव देखते हुए प्रशासन ने टोंक के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया है
जयपुर : राजस्थान के टोंक जिले में दशहरा जुलूस के दौरान दो समुदायों में झड़प हो गई, जिसके कारण रावण पुतले का दहन भी समय से नहीं हो पाया। रावण के पुतले का दहन यहां मंगलवार देर शाम की बजाय बुधवार तड़के किया। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए जिले के कई हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया है तो इंटरनेट सेवाएं भी रोक दी गई हैं। इस बीच बीजेपी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर बड़ा हमला बोला है। इसे लेकर बीजेपी के विधायक कन्हैया लाल धरना पर बैठ गए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
विवाद की शुरुआत तब हुई, जब टोंक जिले के मालपुरा इलाके में राम बारात निकाली जा रही थी। सादाद चौराहे पर दशहरा जुलूस के पहुंचते ही दो समुदायों के बीच तीखी बहस हुई, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में तब्दील हो गई। दोनों ओर से पथराव हुआ, जिसके बाद हालात तनावपूर्ण हो गए। पुलिस ने हालांकि बीच-बचाव की कोशिश की, पर लोगों को शांत करा पाना मुश्किल हो रहा था।
जुलूस में शामिल लोग उन पर पथराव करने वालों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस मांग को लेकर बीजेपी विधायक कन्हैया लाल धरना पर बैठ गए, जिनकी अगुवाई में जुलूस निकाला जा रहा था। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया तो प्रदर्शनकारी पुलिस स्टेशन के बाहर ही धरने पर बैठ गए। पूरे विवाद के बीच रावण दहन के कार्यक्रम में भी देरी हुई और यह बुधवार तड़के हो सका।
प्रदर्शनकारी रावण दहन से पहले पथराव करने वालों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे। देर रात कई वरिष्ठ अधिकारी प्रदर्शनकारियों को शांत कराने पहुंचे, पर उन्हें कामयाबी नहीं मिली। बताया जाता है कि तनावपूर्ण हालात के बीच बुधवार तड़के करीब 4:45 बजे कलेक्टर की मौजूदगी में स्थानीय निकाय के कर्मचारियों ने ही रावण पुतले का दहन कर दिया।
दशहरा जुलूस को लेकर दो समुदायों में झड़प के दौरान कुछ दुकानों में आग लगाए जाने की भी रिपोर्ट है। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए यहां भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है। शहर में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है तो कई इलाकों में धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाए गए हैं। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोषियों की पहचान करने में जुटी है।