- अफस्पा, यूएपीए, एनएसए जैसे कानून के विरोध में कोटा में पीएफआई का यूनिटी मार्च
- राजस्थान सरकार द्वारा पीएफआई की यूनिटी मार्च को इजाजत देने का बीजेपी ने किया विरोध
- बीजेपी का कहना है कि अब तो साफ है कि कांग्रेस का हाथ टुकड़े टुकड़े गैंग के साथ है
राजस्थान सरकार ने कोटा में पीएफआई को मार्च निकालने की इजाजत दिए जाने पर बीजेपी ने आलोचना की है। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कहा कि अब तो साफ है कि कांग्रेस का हाथ टुकड़े टुकड़े गैंग के साथ है। उन्होंने कहा कि जिस संस्थान को एनआईए ने राजस्थान में बैन घोषित किया है उसे यूनिटी मार्च निकालने की इजाजत देना कहां तक सही है। इससे पता चलता है कि कांग्रेस किस तरह से फिरकापरस्ती करती रही है। कांग्रेस एक तरफ देश की एकता और अखंडता की बात करती है तो दूसरी तरफ देश को तोड़ने वाले लोगों को वो मदद पहुंचाती है।
AFSPA, NSA का विरोध
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कार्यकर्ताओं ने संगठन के स्थापना दिवस को चिह्नित करने के लिए एक सार्वजनिक रैली से पहले कोटा के नयापुरा स्टेडियम तक मार्च किया। देश के कुछ राज्यों में PFI पर प्रतिबंध है।जिला प्रशासन ने उन्हें आज स्टेडियम में जनसभा आयोजित करने की अनुमति दे दी है। पीएफआई का कहना है कि उनके विरोध का मकसद साफ है। जिस तरह से केंद्र सरकार कानूनों के जरिए अल्पसंख्यक समाज को निशाने पर ले रही है उसकी मुखालफत के लिए हम मार्च निकाल रहे हैं।