नई दिल्ली: राजस्थान के करौली जिले में संपत्ति विवाद को लेकर छह लोगों द्वारा कथित रूप से जिंदा जलाए गए पुजारी की हत्या से उभरे आक्रोश के बीच राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने मामले की सीबी-सीआईडी जांच का आदेश दिया है। क्राइम ब्रांच सीआईडी के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा की देखरख में मामले की जांच की जाएगी।
इस मामले में अभी तक 2 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जबकि 6 फरार चल रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि यह निंदनीय है कि भाजपा ने दो परिवारों के बीच भूमि विवाद से हुई सपोटरा के बुकना गांव की दुखद घटना को मीणा और वैष्णव समाज के बीच जातीय विद्वेष का रूप देने का कुत्सित प्रयास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना कोई जातीय संघर्ष नहीं था, न ही कोई पूर्व नियोजित प्रकरण था। यह भूमि के टुकड़े पर कब्जे को लेकर दो परिवारों के बीच का झगड़ा था, जो इस हृदय विदारक घटना में बदल गया।
उल्लेखनीय है कि भूमि विवाद में पुजारी बाबूलाल वैष्णव को बुधवार को कथित तौर पर आग लगा दी गई, जिनकी अगले दिन एसएमएस अस्पताल में मौत हो गई। आरोप है कि मंदिर के पास की खेती जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे लोगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी थी।