Rashtravad: मां काली पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। लीना मणिमेकलाई की फिल्म काली के एक पोस्टर से इस विवाद की शुरुआत हुई। इसके बाद टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने हिंदू आस्था का अपमान करते हुए इस पर विवादित टिप्पणी की। महुआ अब भी अपने बयान पर कायम है तथाकथित भड़काऊ बयानों पर शोर मचाने वाली ममता बनर्जी अपनी सांसद के बयान का विरोध करने की बजाय बचाव में उतर आई है। ममता बनर्जी ने अब तक मोहुआ मोइत्रा पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
इस बीच आज प्रधानमंत्री मोदी ने मां काली को लेकर बड़ा बयान दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल ही नहीं पूरे भारत की आस्था मां काली में है। पीएम मोदी के बयान के बाद एक बार फिर बीजेपी ने मोहुआ मोइत्रा पर हमला बोला है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि टीएमसी सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। बीजेपी ने सवाल किया है कि अब तक ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा पर कार्रवाई क्यों नहीं की। इस बीच मोहुआ मोइत्रा ने एक बार फिर मां काली के बहाने बीजेपी पर हमला बोला है।
महुआ ने ट्वीट कर लिखा कि बंगाल के लिए बीजेपी के ट्रोल-इन-चार्ज को सलाह देंगे कि वे अपने आकाओं से कहें कि वे उन चीजों पर टिप्पणी करना बंद करें जिनके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। दीदी ओ दीदी ने उन्हें बूट दिलवाया। अब मां ओ मां उनके सीने पर पैर रख देंगी।
हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है। क्या तुष्टिकरण की राजनीति के लिए मां काली का अपमान किया जा रहा है? पीएम मोदी कह रहे हैं कि पूरे भारत की आस्था मां काली में है तो फिर इस तरह की बयानबाजी से आस्था के साथ खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है ऐसे में आज के सवाल हैं।
आज के सवाल
मां काली में पूरे भारत की आस्था..फिर अपमान क्यों ?
देश के प्रधान के बयान से रुकेगा 'काली' पर कोहराम ?
महुआ पर कब कार्रवाई करेगी ममता बनर्जी ?
मां काली पर तुष्टिकरण की राजनीति क्यों ?