- राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए पूरी हुई मतदान प्रक्रिया
- एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत मानी जा रही है तय
- बीजेपी की शानदार रणनीति के आगे बिखरा नजर आया विपक्ष का कुनबा
Presidential Election 2022: क्या मोदी की रणनीति ने ममता- पवार के कुनबे को ध्वस्त कर दिया - ये सवाल आज इसलिए अहम है क्योंकि आज राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में क्रॉस वोटिंग भी हुई। प्रधानमंत्री मोदी समेत तमाम केंद्रीय मंत्रियों ने संसद भवन में मतदान किया। द्रौपदी मुर्मू को एनडीए के अलावा विपक्ष के कई दलों ने समर्थन किया है जबकि राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष बिखरता हुआ नजर आया। कई विपक्षी दलों ने आदिवासी महिला होने के नाते एनडीए उम्मीदवार मुर्मू का खुला समर्थन किया है।
हार का ठीकरा फोड़ने में जुटे यशवंत
यशवंत सिन्हा भी जानते हैं कि मुर्मू का पलड़ा भारी है इसीलिए चुनाव नतीजों से पहले ही यशवंत सिन्हा हार का ठीकरा फोड़ने में जुट गए हैं। यशवंत सिन्हा ने आज चुनाव के दौरान आरोप लगाया कि राष्ट्रुपति चुनाव में पैसे का भी इस्तेमाल हो रहा है। क्या प्रधानमंत्री मोदी की रणनीति के आगे पवार और ममता की रणनीती पूरी तरह फेल हो गई - क्या इस चुनाव में विपक्ष की बची हुई साख भी धुमिल हो गई - ये सवाल इसलिए अहम है कि जिस तरीके से विपक्ष मोदी के खिलाफ खुद को एकजुट होने की बात करता था राष्ट्रपति चुनाव में एकजुटता दिखी नहीं बल्कि जो पार्टियां साथ होने का दावा करती थी उनके बीच में टकराव देखने को मिला।
मुर्मू को मिला विपक्ष का भी समर्थन
शिवसेना हो या फिर जेएमएम, इन पार्टियों ने एनडीए उम्मीदवार मुर्मू के समर्थन में मतदान किया, तो समाजवादी पार्टी के साथ विधानसभा चुनाव में अखिलेश का साथ देने वाले राजभर ने भी समाजवादी पार्टी के खिलाफ एनडीए उम्मीदवार को वोट दिया। इतना ही नहीं राजभर ने अखिलेश पर हमला भी बोला - तो शिवपाल यादव ने मुर्मू का समर्थन किया और कहा कि सच्चा समाजवादी मुलायम सिंह का अपमान करने वाले को कभी वोट नहीं दे सकता।
विपक्ष पर स्ट्राइक
राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत लगभग तय है। प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरीके से रणनीति तैयार की क्या ये चुनाव 2024 के आम चुनाव का ट्रेलर है। सवाल ये भी है कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के बहाने ममता बनर्जी पर बड़ी स्ट्राइक कर दी है - दरअसल ममता बनर्जी ने ही यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद के लिए तैयार किया था वहीं एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए जगदीप धनखड़ को कैंडिडेट बनाया है- धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं जिनकी ममता से तनातनी चलती रही है।