'राष्ट्रवाद...देश से बढ़कर कुछ नहीं' में बात हुई कि मध्य प्रदेश की, जहां अचानक से लिंचिंग गैंग एक्टिव हो गया है। 10 दिन में भीड़तंत्र की 8 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कहीं राम का नाम लेकर माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है, कहीं नाम गलत बताने पर पीटा जा रहा है, तो कहीं चोरी के शक में भीड़ पुलिस और कानून बनकर इंसाफ दिया जा रहा है। लिंचिंग की घटनाओं को लेकर विपक्ष शिवराज सरकार पर हमलावर है। लेकिन शिवराज सरकार ने इसके पीछे कांग्रेस की ही साजिश बता दी है। तो सवाल ये है कि
- शिवराज राज में अचानक लिंचिंग क्यों बढ़ गई?
- 10 दिन में 8 लिंचिंग की घटनाओं के पीछे नफरत वाली सोच है या सियासी साजिश?
- क्या मध्य प्रदेश में 'भीड़तंत्र' के पीछे 'सियासी मंत्र' है?
- आखिर राम का नाम लेकर मध्य प्रदेश का माहौल कौन खराब कर रहा है?
- MP में हिंदू-मुसलमान को कौन हवा दे रहा है?
मध्य प्रदेश से लगातार दहशत फैलाने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। जिन्हें देखने के बाद ये कहना कतई भी गलत नहीं होगा कि वहां कानून का डर जरा भी नहीं बचा। जिसे देखिए वो सड़क पर आए दिन अपनी दादागीरी दिखाना से बाज नहीं आ रहा। जिसे मन किया उसकी पिटाई कर दी जा रही है। जबरन धार्मिक नारे तक लगवाए जा रहे हैं। सड़क पर जिसकी बेरहमी से पिटाई की जा रही है।
लगातार बढ़ रहे ऐसे मामलों पर सूबे में सियासत भी गरमा गई। मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने तो कांग्रेस पर साजिश रचने का आरोप तक लगा दिया। वहीं कांग्रेस भी सरकार के मंत्री के आरोपों का जवाब देने में पीछे नहीं रही और राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। राज्य में वायरल हो रहे वीडियो पर सियासी बवाल जारी है। लेकिन सवाल उठता है कि लगातार हो रही इन घटनाओं पर आखिर लगामा क्यों नहीं लग पा रहा। क्या लोगों के मन से खाकी का खौफ या कानून का डर खत्म हो चुका है।