Rashtravad : इस वक्त पूरे देश में 'सर तन से जुदा' वाली सोच पर बहस छिड़ी है। हिंदुस्तान की बड़ी आबादी गला काट वाली मानसिकता को लेकर परेशान है। लेकिन जिन लोगों के पास समाज में अमन की जिम्मेदारी है। अगर वो भी 'सर तन से जुदा' वाली सोच रखते हों तो ये राष्ट्र के लिए बड़ी चिंता की बात है। अजमेर शरीफ से एक नया वीडियो आया है। इस बार खादिम नया है। लेकिन उसकी बातें और उनमें गला काट सोच वही पुरानी है जो पहले खादिम सलमान चिश्ती के वीडियो में भी थी। ये वीडियो दरगाह के खादिम गौहर चिश्ती का है। जिसका कनेक्शन उदयपुर के कन्हैया लाल मर्डर केस से जुड़ रहा है। बताया जाता है कि गौहर चिश्ती ने 17 जून को अजमेर दरगाह के बाहर सर तन से जुदा वाली नारेबाजी करवाई थी। अफसोस की बात ये भी है कि जिस जगह से देश दुनिया को अमन का पैगाम मिलता है। उस जगह का इस्तेमाल नफरत फैलाने के लिए किया गया और इसके बाद गौहर चिश्ती उदयुपर गया। कन्हैया लाल के हत्या के आरोपी रियाज से मिला। गौहर से मुलाकात के बाद ही रियाज ने धमकी देने वाला अपना पहला वीडियो शूट किया था। धमकी के बाद रियाज और गौस ने 28 जून को गला काटकर कन्हैया लाल का मर्डर किया था। अजमेर पुलिस ने गौहर चिश्ती के खिलाफ 25 जून को भड़काऊ नारे लगाने का मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद से वो फरार है। बहरहाल, पहले हम आपको गौहर चिश्ती की 'सर तन से जुदा वाली' नारेबाजी सुनवा देते हैं।
गौहर चिश्ती ने नबी की गुस्ताखी में 'सर तन से जुदा' करने वाले भड़काऊ नारे लगवाए। इसी दिन उसने नूपुर शर्मा के बारे में अपशब्द कहे और कहा कि उसे जीने का हक नहीं है। नूपुर शर्मा को लेकर हरियाणा के नूंह में भी एक शख्स ने विवादित बयान दिया है। सालाहेड़ी के रहने वाले इरशाद का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है।
ये बयान कुछ दिन पहले का बताया जा रहा है। इस वीडियो में इरशाद, नुपुर शर्मा की जबान काट कर लाने वाले को 2 करोड़ रुपये इनाम देने बात करता सुनाई दे रहा है। वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया और आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। अब आपको इरशाद का वो विवादित बयान सुनाते हैं। हर रोज देश के अलग अलग हिस्सों से 'सर तन से जुदा' वाले बयान आ रहे हैं। कभी शहरों से तो कभी अमन का पैगाम देने की पहचान रखनेवाली दरगाह से।
अजमेर में ही सलमान चिश्ती ने नुपूर का गला काटने वालों को मकान, जमीन सब कुछ देने की बात कही, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया लेकिन जो तस्वीरें आ रही हैं उसमें तो दिख रहा है कि पुलिस कस्टडी में वो मजे में हैं..इसके बाद सरवर चिश्ती के बयान आए जिसमें वो हिंदुस्तान को हिला देने की बात कहता दिखा और अब गौहर चिश्ती का वीडियो, जिसमें वो अजमेर शरीफ दरगाह के बाहर 'सर तन से जुदा' के नारे लगवाता दिख रहा है। इससे पहले देश के अलग अलग हिस्सों से सर तन से जुदा के नारे लगाते युवा, महिलाएं.. सबके वीडियो आ चुके हैं... सवाल उठता है कि इस गला काट सोच के खिलाफ लोग कब सड़कों पर उतरेंगें? लिबरल गैंग कब इनके खिलाफ एक्टिव होगा ? और मस्जिदों से कब इनके खिलाफ सख्ती वाले बयान दिए जाएंगे।
तो आज राष्ट्रवाद में सवाल है कि
'सर तन से जुदा' का वायरस लाइलाज है क्या?
दरगाह सूफी लेकिन नारे भड़काऊ 'गला काट' भाईजान कहां-कहां?
एक और जुम्मा निकल गया 'सर तन से जुदा' का विरोध क्यों नहीं हुआ?
देश विरोधी 'गला काट' सोच का इलाज क्या?