'राष्ट्रवाद...देश से बढ़कर कुछ नहीं' में बात हुई तालिबान की। अफगानिस्तान को छोड़कर अमेरिका अब वहां से जा चुका है। अब अफगानिस्तान में पूरी तरीके से तालिबान का राज है। कल रात तक जिस काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैनिक मौजूद थे, जो एयरपोर्ट अमेरिका के हवाले था अब उस पर भी तालिबान ने कब्जा कर लिया है। अब तालिबान का क्रूर चेहरा सामने आ गया है। ताजा तस्वीर खौफनाक है जिसमें तालिबान ने एक शख्स को हेलिकॉप्टर पर ही लटका दिया। इतना ही नहीं तालिबान का महिलाओं पर हर रोज हो रहे अत्याचार की तस्वीरें हर रोज सामने आ रही है। महिलाओं के दफ्तर स्कूल जाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। अफगानिस्तान में फंसी महिलाओं के दर्द को समझिए। महिलाओं में चीख पुकार मची है। अफगान में फंसी महिलाएं अमेरिका के राष्ट्रपति से गुहार लगा रही है, पुकार रही हैं कि उनकी जान को बचा लीजिए।
अफगानिस्तान में कब्जे के बाद तालिबान जश्न मना रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान का राज आते ही पाकिस्तान सबसे ज्यादा खुश है। पाकिस्तान क्रूर तालिबान को गुड तालिबान बता रहा है। पाकिस्तान को तालिबान में पॉजिटिविटी दिख रही है। इन पाकिस्तानियों को वहां चीख पुकार मचा रही महिलाओं का दर्द नहीं दिखता। इमरान खान और वहां के राजनेता तो छोड़िए अब क्रिकेटर भी तालिबान का गुणगान कर रहे हैं।
ऐसे में सवाल हैं-
- जहां आतंक, वहां पाकिस्तान को POSITIVITY क्यों दिखी?
- तालिबान के लिए अफरीदी की 'बैटिंग' क्यों?
- तालिबान में पाकिस्तान को भविष्य दिखता है?
- अमेरिका गया, अफगानिस्तान का अब क्या होगा?
- अमेरिका का जाना दुनिया के लिए बड़ा सबक?
अमेरिका के जाते ही अफगानी वायु सेना के ए-29 हेलिकॉप्टर समेत तमात प्लेन पर तालिबान का कब्जा हो चुका है। अमेरिका का अफगान को दिए हथियारों का जखीरा तालिबान के हाथ लग चुका है। तालिबान के कब्जे में अत्याधुनिक हथियार आ चुके हैं। तालिबान के कब्जे में वो सारे हथियार आ चुके हैं जो अमेरिका अफगानिस्तान में छोड़कर जा रहा है। इन हथियारों की मात्रा इतनी ज्यादा है जितनी कई बड़े देशों के पास भी नहीं है। तालिबान के कब्जे में अमेरिका के करीब 2.5 लाख करोड़ रुपए के हथियार, विमान और दूसरे सैन्य साजो-सामान हैं।