- शिवसेना के बागी विधायक किशोर पाटिल ने कहा कि यह सब कुछ प्लान के मुताबिक हो सकता है
- गुवाहाटी के एक होटल में हैं शिंदे, दावा है कि उनके पास करीब 52 विधायकों समर्थन है
- महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की शिवसेना से बगावत निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है
Maharashtra : महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। शिवसेना के बागी विधायकों ने अपनी इस बगावत के पीछे जो तर्क दिए हैं उस पर राकांपा संदेह जता रही है। राकांपा के सूत्रों का कहना है कि पार्टी के नेता अब ये मानने लगे हैं कि ये पूरा खेल उद्धव ठाकरे का रचाया हो सकता है। वह बागी विधायकों के बहाने महाविकास अघाड़ी से गठबंधन तोड़ना और उससे अलग होना चाहते हैं। इस मामले में टाइम्स नाउ नवभारत ने शिवसेना के बागी विधायक किशोर पाटिल से बात की। पाटिल ने सनसनीखेज दावा करते हुए कहा कि 'हां, यह सब कुछ उद्धव ठाकरे के इशारे पर प्लान के तहत हो सकता है।' फिर बाद में वह अपनी बात से पलटते दिखे।
अपनी बात से पलटते दिखे पाटिल
एनसीपी की तरफ से यह आरोप लगाया जा रहा है कि यह सबकुछ उद्धव ठाकरे के इशारे पर हो रहा है। इस सवाल पर बागी विधायकों में शामिल पाटिल ने कहा कि 'हां हो सकता है कि यह सब कुछ प्लान के तहत हो।' हालांकि, बाद में वह अपनी इस बात से पलटते हुए दिखे। उन्होंने कहा, 'मुझे कुछ नहीं पता, वह पार्टी के बहुत छोटे सैनिक हैं। मुझे मुंबई से सूरत और फिर सूरत से गुवाहाटी जाने का आदेश मिला था। यह राजनीति है कुछ भी हो सकता है।' बागी विधायक पाटिल ने आगे कहा कि शिंदे और उद्धव ठाकरे पूरी जिंदगी साथ रहे हैं।
Maharashtra Crisis : उद्धव ठाकरे ने लिखी महाराष्ट्र में बगावत की स्क्रिप्ट, शिंदे केवल मोहरा : NCP सूत्र
सारा 'खेल' उद्धव के कहने पर हो रहा है-सूत्र
एनसीपी के सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र में ये सारा 'खेल' उद्धव ठाकरे के कहने पर हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक एनसीपी नेता यह मान रहे हैं कि बगावत की यह सारी स्क्रिप्ट उद्धव ने लिखी है क्योंकि ढाई साल बाद वह गठबंधन से अलग होना चाहते हैं। पार्टी में हुई इस बगावत को गठबंधन तोड़ने को एक तरह से सही ठहराने की कोशिश की है। सूत्रों का कहना है कि शिवसेना ढाई साल बाद भारतीय जनता पार्टी से सुलह करना चाहती है। उसे गठबंधन से अलग होने के लिए एक ठोस वजह चाहिए, इस पूरे प्रकरण में शिंदे को केवल मोहरा बनाया गया है। शिवसेना में फूट की उद्धव की एक चाल है।