- कैंपस में हिंसा के चलते हाल के दिनों में सुर्खियों में रहा है JNU
- कैंपस में इस बार गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी जोरों पर है
- कैंपस में झंडारोहण वाली जगह पर परेड में शामिल होंगी एनसीसी कैडेट्स
नई दिल्ली : शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग एवं विशिष्ट पहचान रखने वाला जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) हाल के दिनों में कैंपस में हुए विरोध-प्रदर्शनों एवं हिंसा के लिए ज्यादा सुर्खियों में रहा है। लेफ्ट विचार धारा का गढ़ माने जाने वाले इस विश्वविद्यालय से समय-समय पर देश-विरोधी बातें भी सुनाई पड़ी हैं लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर यहां की एनसीसी छात्राएं राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता का अद्भुत नजारा पेश करेंगी।
यह पहली बार है जब जेएनयू एनसीसी की 15 छात्राओं का समूह हाथों में तिरंगा लिए गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा बनेगा। जेएनयू के वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार ने कहा कि यह पहली बार है जब विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट समारोह स्थल पर गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होंगे।
वाइस चांसलर ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'जेएनयू में गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी में जुट गया है। गणंतत्र दिवस समारोह के दौरान झंडारोहण वाली जगह पर पहली बार विवि की एनसीसी कैडेट्स परेड में शामिल होंगे।' गणतंत्र दिवस परेड की तैयारी करती महिला एनसीसी कैडटों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में समारोह के लिए एनसीसी छात्राओं कड़ी मेहनत करते हुए देखा जा सकता है।
बीते दिनों में जेएनयू कैंपस में हिंसा हुई। कैंपस में दाखिल हुए नकाबपोश लोगों ने कई छात्रावासों को निशाना बनाते हुए छात्रों पर हमले किए। इस हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष भी घायल हुईं। दिल्ली पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि इस हिंसा में लेफ्ट संगठनों और एबीवीपी से जुड़े छात्र शामिल थे। दिल्ली पुलिस के मुताबिक लेफ्ट संगठनों से जुड़े छात्र सेमेस्टर परीक्षा के लिए जारी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में अवरोध खड़ा कर रहे थे जिसका कि एबीवीपी के छात्रों ने विरोध किया।