- काले कपड़ों में विरोध-प्रदर्शन या करप्शन पर पर्दा?
- महंगाई पर हल्लाबोल..या सिर्फ ED का विरोध ?
- राहुल-प्रियंका को 'पंजा' प्रदर्शन से क्या हासिल होगा?
Sawal Public Ka : महंगाई के खिलाफ आज कांग्रेस ने काले कपड़े पहन जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने सड़क से संसद तक हंगामा किया। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत पार्टी के कई नेता काले कपड़े में दिखे। सोनिया गांधी ने संसद के गेट पर प्रदर्शन किया। वहीं राहुल गांधी ने राष्ट्रपति भवन की तरफ मार्च निकाला। जबकि प्रियंका गांधी ने कांग्रेस हेडक्वॉर्टर में प्रोटेस्ट की अगुवाई की। लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस के काले कपड़े में प्रदर्शन को राम मंदिर के शिलान्यास के विरोध से जोड़ दिया। आज ही के दिन 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर का भूमिपूजन और शिलान्यास किया था। थोड़ी देर पहले गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।
सवाल बेहद गंभीर है अमित शाह का कहना है कि जिस दिन राम मंदिर का शिलान्यास हुआ था, उसी दिन कांग्रेस के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने काले कपड़े पहनकर प्रोटेस्ट किया। अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा एक बार सुनिए। आपने सुना अमित शाह और योगी ने क्या कहा? इससे पहले राहुल गांधी ने भी आज बहुत कुछ कहा।
राहुल ने क्या कहा ये सुनाने से पहले मैं प्रियंका गांधी और महिला पुलिसकर्मियों के बीच हुई खींचतान की तस्वीर दिखाना चाहती हूं। कांग्रेस मुख्यालय से रायसीना हिल्स की ओर बढ़ रही प्रियंका गांधी को रोकने के लिए जो बैरिकेडिंग लगाए गए थे, उस पर वो चढ़ती दिखीं। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश कि तो वो धरने पर बैठ गईं। इसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद प्रियंका गांधी को पुलिस वैन में बिठाया।
प्रियंका गांधी को कांग्रेस के मुख्यालय के पास ही हिरासत में लिया गया। जबकि राहुल गांधी की अगुवाई में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने राष्ट्रपति भवन के सामने हिरासत लिया। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के 64 सांसदों को किंग्सवे कैंप पुलिस स्टेशन ले जाया गया। वहां से काले कपड़े पहने इन कांग्रेस सांसदों की तस्वीरें भी आईं।
दरअसल कांग्रेस नेताओं ने आज के प्रदर्शन के लिए काले कपड़े पहने थे और इसे मंहगाई के खिलाफ हल्ला बोल बताया गया था। लेकिन गृह मंत्री अमित शाह और CM योगी ने इसे तुष्टीकरण की राजनीति कहा। खासकर उस दिन जिस दिन राममंदिर की नींव पड़ी हो। मैं आपको बता दूं कि आज से ठीक दो साल पहले राममंदिर की नींव पड़ी थी। राममंदिर का भूमिपूजन हुआ था। जिसमें खुद पीएम मोदी मौजूद थे।
दरअसल, आज दोनों तरफ से बातें बेहद तीखी हो रही हैं। राहुल गांधी ने प्रदर्शन से पहले जो प्रेस कॉन्फ्रेंस किया, उससे ऐसा लगा कि उनके निशाने पर ED है। राहुल ने कहा कि 70 सालों में बना देश, 8 साल में खत्म हो रहा है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पीएम मोदी की तुलना हिटलर से की। सुनिए राहुल गांधी ने क्या कहा ? कांग्रेस का प्रोटेस्ट महंगाई पर था या किसी और बात को लेकर इसका खुलासा सलमान खुर्शीद ने ही किया। सुनिए सलमान खुर्शीद ने क्या कहा?
आपने अमित शाह और योगी को भी सुना..आपने राहुल गांधी को भी सुना। सुबह से कांग्रेस का प्रोटेस्ट हुआ। कैसे हुआ ये भी आपने देखा। कांग्रेस में कन्फ्यूजन भी था। महंगाई के खिलाफ प्रोटेस्ट और बात ED की? सड़क पर महंगाई की बात और जब प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंचे तो ED की बात। तानाशाही की बात। और फिर शाम होते-होते बीजेपी का पलटवार । जिसमें राम मंदिर, तुष्टीकरण ये सब आ गया।
अब सवाल ये उठता है कि
सवाल नंबर 1
कांग्रेस का काले कपड़ों में प्रदर्शन महंगाई के खिलाफ था या राम मंदिर के खिलाफ?
सवाल नंबर 2
ब्लैक फ्राइडे प्रोटेस्ट पर कांग्रेस सही या बीजेपी ?
सवाल नंबर 3
बंगाल से लेकर पूरे देश में जांच एजेंसियों के खिलाफ बयानबाजी से क्या मिलेगा ? ही या बीजेपी ?