सत्ता में रहते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 20 साल पूरे हो गए हैं। आज से बीस साल पहले उन्होंने राजनीति में प्रशासक के तौर पर गुजरात के मुख्यमंत्री की शपथ ली थी। सीएम से सफर तय करते हुए आज वो दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री हैं। मोदी शासन के 20 साल का पूरा सिक्वेंस कई मायनों में अलग है। अमूमन सत्ता के शीर्ष पर जाने के बाद ANTI INCUMBENCY हो जाती है। हम सबने हिन्दुस्तान में देखा है लोगों के नाम करप्शन में आ जाते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का अब तक का करियर इससे उलट है। सवाल उठता है कि ऐसा क्यों है? मोदी आज भी इतने मजबूत क्यों दिखते हैं...विपक्ष का नेता कोई उनके बराबर क्यों नहीं दिखता? ऐसे कुछ सवालों पर हमने एक त्वरित सर्वे किया है। ये सर्वे टाइम्स नाउ नवभारत और N-SIGHT-VETO ने मिलकर किया है। इसमें देश भर के 18 हजार लोगों की राय ली गई है।
लोगों से पूछा गया कि नरेंद्र मोदी का सबसे ऐतिहासिक फैसला कौन सा था? क्या नरेंद्र मोदी ने विश्व में भारत का मान बढ़ाया? मोदी की वैक्सीन क्रांति से कोरोना कंट्रोल हुआ? नरेंद्र मोदी के पीएम बनने से भारत को क्या मिला? लीडर के तौर पर नरेंद्र मोदी की विशेषता क्या है? कई और भी सवाल पूछे गए।