नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कई नेता भाजपा में शामिल हो गए थे। लेकिन चुनाव में बीजेपी की हार के बाद ऐसा लगता है कि इसमें से एक का हृदय परिवर्तन हो गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे पत्र में टीएमसी की पूर्व विधायक सोनाली गुहा ने पार्टी छोड़ने के लिए माफी मांगी है और अपील की है कि उन्हें पार्टी में वापस आने दिया जाए।
गुहा ने अपने सोशल मीडिया पर जो पत्र पोस्ट किया, उसमें उन्होंने दावा किया कि उन्होंने आवेग में आकर पार्टी छोड़ दी, लेकिन अब उन्हें एहसास हो गया है कि लंबे समय तक 'मछली पानी से बाहर नहीं रह सकती'।
उन्होंने लिखा, 'मैं टूटे दिल से यह लिख रही हूं कि भावुक होकर मैंने दूसरी पार्टी में शामिल होने का गलत फैसला लिया। मैं वहां अभ्यस्त नहीं हो पाई। मैं तुम्हारे बिना नहीं रह पाऊंगी 'दीदी'। मैं आपसे क्षमा चाहती हूं और यदि आपने मुझे क्षमा नहीं किया, तो मैं जीवित नहीं रह पाऊंगी। कृपया मुझे वापस आने की अनुमति दें, और शेष जीवन आपके स्नेह में व्यतीत करने दें।'
बीजेपी से भी नहीं लड़ा चुनाव
चार बार की विधायक और कभी टीएमसी सुप्रीमो की 'छाया' मानी जाने वाली गुहा ने विधानसभा चुनावों में टीएमसी का टिकट नहीं मिलने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया। हालांकि उन्होंने इस बार भाजपा की ओर से भी चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन उन्होंने कहा था कि वह राज्य में पार्टी की उपस्थिति को मजबूत करने के लिए काम करेंगी। लेकिन गुहा के लिए उनके नए राजनीतिक कबीले में सब कुछ सहज नहीं था, रिपोर्टों के अनुसार, पूर्व विधायक ने कहा कि वह भाजपा में 'अवांछित' महसूस करती हैं।
ममता बनर्जी के घर जाएंगी
गुहा ने कहा कि वह टीएमसी में फिर से शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिलने को तैयार है। यहां तक कि उन्होंने स्वीकार किया कि अपने फैसले के बारे में उन्होंने भाजपा के उच्च अधिकारियों को सूचित नहीं किया है। उन्होंने कहा, 'मैं अगले हफ्ते उनके घर उस दिन जाऊंगी जिस दिन उनके भाई, जिनका हाल ही में निधन हो गया, का अंतिम संस्कार निर्धारित है और उनसे बात करने की कोशिश करूंगी।'