- सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आईपी सिंह ने सुशांत को लेकर किया विवादित ट्वीट
- दिवंगत अभिनेता को बताया नपुंसक, कहा- कायरों को समाज माफ नहीं करता
- कुछ देर बाद ही ट्रोल होने के बाद आईपी सिंह ने डिलीट किया विवादित ट्वीट
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को लेकर विवादित ट्वीट किया है। इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है। सपा प्रवक्ता आईपी सिंह ने गुरुवार रात 9 बजकर 57 मिनट पर एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में आईपी सिंह ने लिखा, 'नपुंसक था सुशांत सिंह राजपूत जिसने आत्महत्या की, कायरों को समाज कभी माफ नहीं करता।'
ट्वीट किया डिलीट
इसके बाद लोगों ने उन्हें ट्विटर पर ऐसा ट्रोल किया कि वो ट्रेंड में आ गए और कुछ ही देर बाद ट्विटर पर #आईपी_सिंह_नपुंसक_है ट्रेंड करने लगा। हालांकि कुछ देर बाद उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। लोग इसके बाद लगातार समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से सवाल कर रहे हैं औऱ पूछ रहे हैं कि क्या यह समाजवादी पार्टी का आधिकारिक बयान है, क्योंकि आईपी सिंह सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता है।
ट्रेंड में आए आईपी सिंह
हालांकि सपा और अखिलेश यादव की तरफ से इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। एक ट्विटर यूजर ने लिखा, 'हैलो बिहार, ये आईपी सिंह के आपके गर्व सुशांत सिंह राजपूत को गाली दे रहे हैं। इनके मुखिया अखिलेश यादव आगामी विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव की पार्टी का प्रचार करने आएंगे। उन्होंने करारा जवाब देना।' वहीं एक अन्य शख्स ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'इंसानियत को आज फिर गिरते हुए देख लिया। इससे बुरा औऱ कुछ नहीं हो सकता है, वो भी तब जब वह शख्स इस दुनिया में नहीं है।'
कौन हैं आईपी सिंह
आईपी सिंह कभी उत्तर प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेताओं में शामिल हुआ करते थे। वह पार्टी प्रवक्ता के साथ-साथ यूपी में बीजेपी सरकार के दौरान मंत्री भी रह चुके हैं। योगी सरकार के आने क बाद वह हाशिये पर चले गए। आईपी सिंह ने पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान राजनाथ सिंह की जगह खुद के लिए लखनऊ से टिकट की मांग भी की थी और बकायदा तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को पत्र भी लिखा था।
बीजेपी के खिलाफ हुए
इसके कुछ समय बाद वो बीजेपी के खिलाफ मुखर हो गए हैं और अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करने के बाद उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया। बाद में लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव को प्रचार के लिए अपना घर दफ्तर के रूप में देने का ऑफर किया। कुछ समय बाद उन्होंने सपा ज्वॉइन कर ली और इसके बाद उन्हें सपा का राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया गया।