पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 8 चरणों में होने हैं। पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को होगी। एक महीने बाद 29 अप्रैल को 8वें और आखिरी चरण की वोटिंग होनी है। 2 मई को नतीजे आएंगे। उससे पहले यहां के ओपिनियन पोल के माध्यम से जनता के मन की बात जान लें। ये ठीक है कि बीजेपी सत्ताधारी दल टीएमसी को बहुत बड़ी चुनौती दे रही है, लेकिन क्या वो ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटा पाएगी या दीदी एक बार फिर से सीएम बनेंगी।
लोगों से पूछा गया कि आप 'इनसाइडर Vs आउट साइटर' के बारे में क्या सोचते हैं? तो 39.40 प्रतिशत ने इसे गैर जरूरी बताया, जबकि 31.20 प्रतिशत ने इसके जरूरी बताया। 29.4% ने कहा कि कह नहीं सकते। लोगों से पूछा गया कि क्या ममता बनर्जी भ्रष्टाचार के आरोपियों को संरक्षण दे रही हैं? तो 45.7% ने कहा कि हां, 35.3% ने कहा कि नहीं। 19 प्रतिशत ने कहा कि नहीं कह सकते।
'जय श्री राम' के नारे पर आप क्या सोचते हैं? 40.70 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इससे धुव्रीकरण होगा। 37.60% ने इसे आध्यात्मिक आह्वान कहा। 21.70 प्रतिशत ने कहा कि पता नहीं। लोगों से पूछा गया कि क्या 'अवैध वोटर' एक फैक्टर है जो चुनावों पर असर डाल सकता है? 32.20 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हां, 20.60 प्रतिशत ने कहा नहीं, जबकि 47.20 प्रतिशत ने कहा कि पता नहीं। क्या 'कट मनी' मुद्दा आपके वोट डालने के फैसले को प्रभावित करेगा? तो 45.20 प्रतिशत ने कहा कि हां, 27.60% ने कहा नहीं। 27.20 प्रतिशत ने कहा पता नहीं।
लोगों से पूछा गया कि आप मुख्यमंत्री के प्रदर्शन से कितने संतुष्ट हैं? तो 44.76% ने कहा कि बहुत संतुष्ट, 34.54% ने कहा कि कुछ हद तक संतुष्ट, 19.47 प्रतिशत ने कहा कि संतुष्ट नहीं।
देश में आज कई समस्याएं हैं। आपके हिसाब से सबसे बड़ी समस्या क्या है?
आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रदर्शन से कितने संतुष्ट हैं? 41.09% ने कहा- बहुत संतुष्ट, 28.92% ने कहा- कुछ हद तक संतुष्ट, 25.11 प्रतिशत ने कहा कि संतुष्ट नहीं। 4.88 प्रतिशत ने कहा कि पता नहीं।
टीएमसी को 154 सीटें मिल सकती हैं, जबकि बीजेपी को 107 सीटें मिल सकती हैं। 2016 में टीएमसी को 211 सीटें मिली थीं, वहीं बीजेपी को सिर्फ 3 सीटें मिली थीं। इसका मतलब की टीएमसी की सत्ता में वापसी हो रही है, लेकिन उसे पहले की तुलना में काफी नुकसान हो रहा है। वहीं बीजेपी को फायदा हो रहा है। कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन को सिर्फ 33 सीटें मिलने का अनुमान है। टीएमसी को 42.2 प्रतिशत, बीजेपी को 37.5 प्रतिशत, कांग्रेस+लेफ्ट को 14.8 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।