Kanhaiyalal Murder Case : दर्जी कन्हैयालाल की हत्या की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी संगठन दावते इस्लामी ने कन्हैयालाल की हत्या से पहले रियाज और गौस सहित तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी थी। यही नहीं दावते इस्लामी ने राजस्थान में 3 दर्जन से अधिक लोगों को नुपूर शर्मा के समर्थकों की गला काटकर वीडियो से दहशत फैलाने का आदेश दिया था। इन सभी लोगों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गई। रियाज अख्तारी और गौस मोहम्मद की कॉल डिटेल में पाकिस्तान के 10 लोगों के 20 मोबाइल नंबर मिले हैं। व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया ऐप के जरिए इन्हें सिर कलम करने की ऑडियो और वीडियो ट्रेनिंग दी गई।
आपत्तिजनक धार्मिक किताबें बाजार में बिकवाते थे
सूत्रों का कहना है कि दावते इस्लामी पर अजमेर में आपत्तिजनक धार्मिक किताबें बाजार में बिकवाने का भी शक है। जांच एजेंसियों ने इस दिशा में भी जांच शुरू कर दी है। रियाज और गौस यहां से किताबें ले जाकर बांटते थे। इसके लिए एक बुक सेलर को रोजाना 300-400 रुपये देने की भी सामने आई है। एनआईए ने मंगलवार को उदयपुर के अंजुमन कमेटी के सदर, अंजुमन कमेटी के सह सचिव, पूर्व सदर और मुखर्जी चौक की मीटिंग में शामिल होने वाले दो अधिवक्ताओं सहित 6 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इन सभी को संदिग्ध मानते हुए इनके मोबाइल लैपटॉप और कुछ दस्तावेज जब्त किए गए।