- विकास कार्यों को लेकर एक-दूसरे से उलझ गए डिप्टी सीएम मौर्य एवं अखिलेश यादव
- मौर्य ने कहा कि ऐसा लगता है कि अखिलेश जी ने सैफई की जमीन बेचकर विकास किया
- मौर्य के इस बयान पर नाराज हो गए अखिलेश यादव, तूं-तूड़ाक भाषा का इस्तेमाल किया
UP Assembly Session : उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार को जबरदस्त हंगामा उस समय देखने को मिला जब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव विकास कार्यों को लेकर एक-दूसरे से भिड़ गए। दोनों नेताओं की बीच नौबत तू-तड़ाक तक आ गई। सदन में हंगामे को शांत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दखल देना पड़ा। सीएम योगी ने सदस्यों से सदन की गरिमा एवं मर्यादा का पालन करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में यदि उप मुख्यमंत्री बोल रहे हों तो सदस्यों को बीच में टोका-टोकी नहीं करनी चाहिए।
मौर्य के बयान पर भड़के अखिलेश
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव सत्ता से पांच साल के बाहर रह चुके हैं। अगले पांच साल के लिए भी सत्ता से विदाई हो चुकी है और मुझे लगता है कि 2027 में भी कमल खिलेगा। अभी उनके लिए समय नहीं है। लेकिन सड़क, एक्सप्रेस-वे और मेट्रो किसने बनाई है... ऐसा लगता है कि आपने सैफई की जमीन बेचकर यह सब बनवा दिया है।' डिप्टी सीएम के इस बयान पर अखिलेश यादव गुस्सा हो गए और अपनी सीट से उठते हुए पूछा, 'तुम अपने पिता जी से पैसा लाते हो बनाने के लिए। तुमने राशन बांटे...।'
सीएम योगी ने सदस्यों को याद दिलाई सदन की गरिमा
इस हंगामे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सदन में अपनी बात रखने के लिए उठे और सदस्यों को नियमों की याद दिलाई। सीएम ने कहा कि सदन में तूतू-मैंमैं भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। यह गलत परंपरा है। सदस्यों को सदन की मर्यादा बनाकर रखनी होगी। कोई सदस्य खासकर डिप्टी सीएम यदि अपनी बात रख रहे हों तो किसी को भी बीच में टोका-टोकी नहीं करनी चाहिए। अखिलेश की तरफ इशारा करते हुए सीएम ने कहा कि आप विपक्ष के सबसे बड़े नेता हैं। विपक्ष के नेता के रूप में आपका बड़ा सम्मान है। हमें एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए ताकि सबका सम्मान बना रहे।