नेता मंत्री कई बार कुछ ज्यादा बोल जाते हैं। जानबूझकर बदजुबानी करते हैं या अंजाने में ये तो वही जानें लेकिन इसे लेकर बवाल खूब मचता है। कल अधीर रंजन चौधरी के बयान को लेकर बीजेपी ने संसद में खूब हंगामा काटा लेकिन अब एक बीजेपी नेता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वो एक राज्य के मुख्यमंत्री को गालियां दे रहे हैं। तो क्या जो बीजेपी नेता कल सोनिया गांधी से सॉरी की मांग कर रहे थे आज वही खुद माफी मांगेंगे
नेताओं की बदजुबानी आपने कई बार सुनी होगी लेकिन कल कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के एक बयान पर भयंकर राजनीतिक घमासान मच गया। बीजेपी नेता अधीर रंजन चौधरी के साथ-साथ सोनिया गांधी से माफी की मांग कर रहे थे लेकिन इसी दौरान ट्विटर पर एक वीडियो आया। आम आदमी पार्टी के विधायक गुबाल सिंह ने इस वीडियो को ट्वीट किया। जिसमें बीजेपी नेता, परवेश वर्मा जो बोल गए। उसे सीधे शब्दों में गाली कहते हैं। तो ऐसे में सवाल उठता है कि कल तक जो नेता कांग्रेस पार्टी से अमर्यादित शब्दों के इस्तेमाल करने माफी की मांग कर रहे थे। क्या वो खुद सामने आकर अब माफी मांगेंगे।
ऐसा घटिया इंसान नहीं मिलेगा आपको.. इतना %$#@ दिमाग है तो उसके अंदर क्या आइडिया आया होगा ऐसा कौन सोच सकता है? %$#@ आदमी सोच सकता है।इससे घटिया इंसान... भगवान करे उसको जीते जी कीड़े-मकोड़े पड़ें। हजारों लाखों %$#@ मरते होंगे तब एक ऐसा कोई होता होगा।
जुबान से ऐसे ऐसे शब्द निकल रहे हैं कि हम आपको सुनवा भी नहीं सकते। कीड़े-मकोड़े पड़ने की दुआ मांग रहे हैं। ये जुबान है इन माननीय की.. पहचान रहे हैं कि या नहीं इन्हें। ये हैं परवेश वर्मा। बीते दो बार से वेस्ट दिल्ली से बीजेपी के सांसद हैं अब आपको आगे बताते हैं कि ये माइक पर चीख-चीख कर इतना किसे कोस रहे हैं।
दिल्ली का मुख्यमंत्री क्या कर रहा था, वो शराब के माफियाओं से रोज मीटिंग कर के नई स्कीम बना रहा था। हजारों लाखों %$#@ मरते होंगे तब एक ऐसा कोई होता होगा। ऐसे शब्द बोलते हुए इनकी समझ कहां गई थी ये तो यही जानें लेकिन इतना जरूर समझ गए होंगे कि ये किसे गालियां दे रहे हैं। जी.. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवार को। उसी अरविंद केजरीवाल को जिसे जनता ने लोकतांत्रिक तरीके से चुनकर मुख्यमंत्री की कुर्सी दी है।
किसी राक्षस को अगर कुर्सी पर बैठा दो उसके मन में भी ये आएगा कि भाई मुझे कुर्सी पर बैठाया है- मैं राक्षस हूं, मैं %$#@ हूं, झूठा हूं कोई बात नहीं। अभी लोग मर रहे हैं, उनकी तो मदद करूं। मर्यादा, गरिमा, शिष्टाचार.. ऐसी बातें.. ऐसा ज्ञान.. परवेश वर्मा ट्विटर पर तो देते हैं.. लेकिन जब बात खुद पर आती है तो जनाब भूल जाते हैं और जुबान से क्या क्या निकलता है वो तो आप सुन और देख ही रहे हैं।
परवेश वर्मा जी सबसे पहले तो आपको अपने बयान पर शर्मिंदा होना चाहिए। एक मुख्यमंत्री के लिए ऐसी भाषा से मुख्यमंत्री के साथ-साथ उस जनता का भी अपमान है जिन्होंने उन्हें वोट कर के मुख्यमंत्री बनाया है। इसी के साथ साथ हम परवेश वर्मा को जरा आइना भी दिखा दें। 28 जुलाई शाम के पांच बजे परवेश वर्मा ने ये ट्वीट किया है। जिसमें लिखा है - कांग्रेस पार्टी से सहन नहीं हो पा रहा है। वो बार-बार अमर्यादित बयान देकर सिर्फ आदिवासी समाज ही नहीं पूरे देश का अपमान कर रहे हैं, जो अत्यंत शर्मनाक है। #सोनिया_गांधी_मांफी_मांगो.. राष्ट्रपति के लिए अमर्यादित बयान के लिए अधीर रंजन चौधरी को तो माफी मांगनी ही चाहिए.. इसी तरह एक मुख्यमंत्री के अमर्यादित बयान के लिए परवेश वर्मा को भी माफी मांगनी चाहिए और परवेश जी जो हैशटैग आपने इस्तेमाल किया है.. उस हिसाब से और किसे किसे माफी मांगनी चाहिए.. आप ये खुद तय कर लें।
परवेश वर्मा ने देश की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री के बारे में ऐसे अपशब्द कहे हैं। गालियां दी हैं। वो भी तब जब वो दिल्ली के मुख्यमंत्री की गरिमा से अच्छी तरह वाकिफ हैं क्योंकि परवेश वर्मा दिल्ली के चौथे मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के सुपुत्र हैं। इंतजार है। परवेश वर्मा कब अपनी गलती को समझेंगे और अरविंद केजरीवाल से माफी मांगेंगे। अगर आपको माइक और लाउडस्पीकर नहीं मिल रहा है तो टाइम्स नाउ नवभारत आपको मंच और मौका दोनों देता है। माफी मांग सकते हैं।
हमने इस खबर को चलाने के साथ साथ बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा से इस मामले पर उनका पक्ष जानने की कोशिश की लेकिन वो मिले नहीं। घर पर भी मौजूद नहीं थे। हां उनके ऑफिस से जवाब जरूर मिला। प्रवेश वर्मा के ऑफिस की तरफ से कहा गया कि
- ये वीडियो बुधवार का है
- ITO पर प्रदर्शन का वीडियो है
- दिल्ली सरकार की शराब नीति पर प्रदर्शन चल रहा था
- वीडियो को एडिट कर के डाला गया है
वहीं जब आम आदमी पार्टी से इस मामले पर जवाब लेने की कोशिश की गई तो आम आदमी पार्टी का कहना था कि प्रवेश वर्मा पहले भी कई बार ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर चुके हैं लेकिन आम आदमी पार्टी इसपर बात नहीं करती है।