- उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश बनी लोगों के लिए मुसीबत
- पिथौरागढ़ के धारचूला में बादल फटने से 2 लोगों की हुई मौत
- बादल फटने से हुआ काफी नुकसान, पांच लोग मलबे में अभी भी दबे हैं
पिथौरागढ़: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही है। पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के बाद कई सड़क मार्ग बाधित हुए हैं और दूरस्थ इलाकों में रहने वालों से संपर्क कट गया है। भूस्खलन की घटनाओं से लोगों की दिक्कतें और बढ़ गई हैं। इस बीच पिथौरागढ़ में नेपाल की सीमा से लगने वाले धारचूला में बादल फटने से भारी नुकसान की खबर है जिसमें दो लोगों के मारे जाने की भी खबर है।
पांच लोग मलबे में दबे
बादल धारचूला के जुम्मा गांव में फटा है जिससे एनएचपीसी कॉलोनी, तपोवन में मलबा जलभराव हो गया है और कई आवासीय भवनों को खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा कई जगहों पर मलबा भी भर गया है और 7 घरों को नुकसान पहुंचने की खबर है। अभी तक जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक मलबे में 5 से अधिक लोग दबे हो सकते हैं। मौके पर प्रशासन पहुंच चुका है और राहत तथा बचाव का कार्य जारी है।
सीएम का ट्वीट
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को कॉल कर हालात का जायजा लिया है। सीएम धामी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'पिथौरागढ़ जनपद के जुम्मा गांव के पास भूस्खलन की वजह से 2 लोगों की दुखद मौत एवं 5 अन्य की मलबे में दबे होने की खबर है। इस विषय में जिलाधिकारी से बात कर रेस्क्यू मिशन तेज करने का निर्देश दिया है। मैं वहां फंसे लोगों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।'
धामी ने किया प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण
इस बीच उत्तराखंड में हो रही बारिश के बाद बने हालातों का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया है। रविवार को सीएम धामी ने हेलीकॉप्टर से गढ़वाल मंडल के देवप्रयाग, तोताघाटी, तीनधारा, कौड़ियाला, ऋषिकेश, रानीपोखरी, नरेंद्रनगर, फकोट एवं चंबा के प्रभावित इलाक़ों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान उनके साथ कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और राज्य के मुख्य सचिव एस एस संधु भी रहे।