- प्रवर्तन निदेशालय के सामने राहुल गांधी की पेशी का विरोध कर रही है कांग्रेस
- लगातार तीसरे दिन पूछताछ में शामिल होने ED दफ्तर पहुंचे राहुल गांधी
- भाजपा का कहना है कि केवल भ्रष्टाचार छिपाने के लिए है कांग्रेस का यह प्रदर्शन
National Herald Case : नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rajul Gandhi) से लगातार तीसरे दिन बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के दफ्तर पहुंचे। सूत्रों का कहना है कि ईडी (ED) के अधिकारियों ने उनसे एजेएल (AJL), यंग इंडियन (Young Indian) और डोटेक्स कंपनी (Dotex company) से जुड़े सवाल पूछे हैं। ईडी की इस पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस दिल्ली सहित देश भर में प्रदर्शन कर रही है। बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली मुख्यालय एवं ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। यह विरोध-प्रदर्शन उग्र एवं हिंसक हुआ। पुलिस के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प हुई और कार्यकर्ताओं ने ईडी दफ्तर के आगे टायर जलाया। कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर भारतीय जनता पार्टी हमलावर हुई।
कांग्रेस को महात्मा गांधी से सीखना चाहिए-BJP
भाजपा सांसद एवं प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि केवल भ्रष्टाचार छिपाने और जांच एजेंसियों पर दबाव बनाने के लिए कांग्रेस की ओर से हिंसक प्रदर्शन किया जा रहा है। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस को महात्मा गांधी से सीखना चाहिए। त्रिवेदी ने आगे कहा कि जांच एजेंसियों को प्रभावित करने के लिए कांग्रेस हिंसक प्रदर्शन का सहारा ले रही है। यह राजनीतिक प्रदर्शन का दुरुपयोग है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि अपनी गलतियों को छिपाने के लिए कांग्रेस उग्र प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए त्रिवेदी ने कहा, 'ये वे लोग हैं जो सरकार को किसी भी प्रकार से अपमानित करने के लिए कुछ भी बोल सकते हैं।' भाजपा नेता ने पूछा कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्री पिछले तीन दिनों से दिल्ली में क्या कर रहे हैं?
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2012 में सामने आया नेशनल हेराल्ड का मामला-सुधांशु
भाजपा नेता ने कहा कि नेशनल हेराल्ड का मामला 2012 में सामने आया और उस समय यूपीए की सरकार थी। दिल्ली हाई कोर्ट में इस केस की सुनवाई हुई। कांग्रेस नेताओं को पुराने रिकॉर्ड्स देख लेने चाहिए। त्रिवेदी ने कहा, 'यहां कोई राजनीतिक उद्देश्य भी नहीं है। केवल भ्रष्टाचार छिपाने और जांच एजेंसियों पर दबाव बनाने के लिए हिंसक प्रदर्शन किया जा रहा है। महात्मा गांधी की कांग्रेस से राहुल गांधी की कांग्रेस का कोई मतलब नहीं है। केवल गांधी नाम रख लेने से महात्मा गांधी के गुण नहीं आ जाते। राहुल गांधी एवं कांग्रेस पार्टी को महात्मा गांधी से सीखना चाहिए।'