- तब्लीगी जमात के लोगों में बड़े पैमाने पर मिला है कोविड-19 का संक्रमण
- मार्च के मध्य में मरकज निजामुद्दीन में हुआ था बड़ा धार्मिक कार्यक्रम
- यहां से लोग करीब 17 राज्यों में पहुंचे, इन राज्यों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े
नई दिल्ली : देश भर में कोरोना संक्रमण के मामलों को तेजी से बढ़ाकर चर्चा में आए मरकज निजामुद्दीन की इमारत की अंदर की तस्वीरें सामने आई हैं। मरकज के मुख्यालय की इमारत खाली कराए जाने के बाद सरकार इस भवन को अब सेनिटाइज करने के लिए वहां कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करा रही है। स्वास्थ्यकर्मी इमारत के प्रत्येक हिस्से को सेनिटाइज करने में जुटे हैं। मरकज मुख्यालय में मार्च के मध्य में तब्लीगी जमात का धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें बड़ी संख्या में लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए।
मरकज के मुख्यालय में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में विदेशी नागरिकों सहित बड़ी संख्या में भारतीय शामिल हुए। बताया जा रहा है कि यहां कार्यक्रम में करीब 4000 से ज्यादा लोगों ने शिरकत की। यह संस्थान उस वक्त अचानक सुर्खियों में आया जब यहां से अन्य राज्यों में लौटे लोगों में कोविड-19 का संक्रमण दिखने लगा। अब तक की जांच में सामने आया है कि यहां से करीब 17 राज्यों में लोग गए। जिन राज्यों में जमात से जुड़े लोग पहुंचे वहां कोरोना वायरस से संक्रमण की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण की संख्या 4421 हो गई है और इसमें करीब एक तिहाई हिस्सा जमात से जुड़े लोगों का है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी रोजाना की ब्रीफिंग में सोमवार को बताया कि तब्लीगी जमात के 25,500 से ज्यादा लोगों को क्वरंटाइन में रखा गया है। देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश में भी तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों में संक्रमण पाया गया है।
सरकार ने जमात के कार्यक्रम में शरीक होने वाले उसके सदस्यों से खुद के बारे में सूचना देने की अपील की है। हालांकि, इस दौरान कुछ लोगों द्वारा जमात के सदस्यों को छिपाने की घटना्एं भी सामने आई हैं। कई जगहों पर जमात के सदस्यों को उपचार करने पहुंची डॉक्टरों की टीम पर हमले भी हुए हैं। कोविड-19 के फैलाव में जमात की भूमिका सामने आने पर कई नेताओं ने इस संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।