नई दिल्ली। वैसे तो बंगाल में आठ चरणों में चुनाव हो रहा है। लेकिन दूसरा चरण इसलिए सुर्खियों में है क्योंकि राज्य की सीएम ममता बनर्जी और उनके कभी सिपहसालार रहे शुभेंदु अधिकारी आमने सामने हैं। 1अप्रैल को नंदीग्राम के मतदाता अपना फैसला ईवीएम में कैद कर चुके हैं। लेकिन उसके साथ ही बंगाल की फिजा में यह बात गूंजने लगी कि क्या ममता बनर्जी किसी और सीट की तलाश में हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ममता बनर्जी को हार का डर है लिहाजा वो अपने लिए सीट ढूंढ रही हैं। लेकिन शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि वो बीरभूम से चुनाव लड़ सकती हैं। अब इस तरह के बयानों के बाद टीएमसी और बीजेपी आमने सामने हैं।
टीएमसी ने अपने ट्वीट में साफ किया कि दीदी यानी ममता बनर्जी कहीं और से चुनाव नहीं लड़ रही हैं। लेकिन उनकी सांसद महुआ मोइत्रा ने तंज कसते हुए कहा कि हां, दीदी दूसरी जगह से चुनाव लडेंगी। लेकिन वो जगह वाराणसी होगी। पीएम मोदी आपके सामने वो ताल ठोंकेगी, तैयार हो जाइए। इनके इस ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का कहां पीछे रहने वाले थे उन्होंने कहा कि बनारस में मोदी जी को चुनौती देना ममता दीदी और उनके कुनबे के बस की बात नहीं है।समगोत्री होने के नाते, एक बार मेरे खिलाफ कोशिश कीजिए।दीदी,अगर आपमें हिम्मत है, तो घोषित करें कि आप नंदीग्राम में चुनाव हारने के बाद राजनीति से संन्यास ले लेंगी।
गिरिराज सिंह ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। इससे पहले ममता के अपना गोत्र 'शांडिल्य' बताने पर भी उन्होंने करारा वार किया था। दिग्गज बीजेपी नेता ने कहा था कि उन्हें कभी गोत्र बताने की जरूरत नहीं पड़ी, वो तो लिखते हैं। लेकिन ममता बनर्जी चुनाव हारने के डर से गोत्र बताती हैं। ममता बनर्जी मुझे बात दीजिए कि कहीं रोहिंग्या और घुसपैठियों का गोत्र भी शांडिल्य तो नहीं है। उनका हारना तय है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निराशा के सागर में डूबी ममता दीदी को कुछ समझ में नहीं आ रहा है किस तरह से रिएक्ट करना है। वो पूरी तरह से बौखलाई हुईं हैं, ऐसे में आप उनसे इसी तरह के बयानों की उम्मीद कर सकते हैं।