Rashtravad: राहुल गांधी आजकल भारत जोड़ो यात्रा पर हैं। शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इसी के साथ इसे लेकर बड़ा विवाद शुरू हो गया है। ईसाई धर्म गुरु पैस्टर जॉर्ज पोन्नैया के साथ राहुल की एक मुलाकात पर बड़ा सियासी विवाद खड़ा हो गया है। बीजेपी का आरोप है कि इस मुलाकात के दौरान पादरी जॉर्ज पोन्नैया हिंदू देवी देवताओं का अपमान करते रहे और खुद को शिवभक्त और जनेऊधारी बताने वाले राहुल गांधी खामोश रहे। देवी-देवताओं के अपमान पर वो चुप्पी साधे रहे। अभी राहुल और पादरी का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें पैस्टर जार्ज कहते दिख रहे हैं कि जीसस क्राइस्ट ही असली देवता हैं। वे शक्ति या अन्य हिंदू देवी-देवताओं की तरह नहीं हैं। सवाल ये है कि राहुल की खामोशी क्या कहती है। राहुल गांधी बीच-बीचे में अलग-अलग मंदिरों में जाते हैं, क्या राहुल का मंदिर प्रेम सिर्फ दिखावा है? क्या राहुल का हिंदू प्रेम नकली है। और सवाल ये भी कि राहुल कब तक हिंदू और हिंदुत्व पर सवाल खड़े करते रहेंगे।
राहुल ने हिंदू-हिंदुत्व पर कब क्या कहा ?
- अगस्त 2018 - मैं किसी भी तरह के हिंदुत्व में विश्वास नहीं करता।
- दिसंबर 2021 - जो लोग पीएम मोदी के गलत फैसलों के आगे झुकते हैं, वे हिंदूत्व की विचारधारा का पालन करते हैं।
- दिसंबर 2021- धर्म की आड़ में हिंदुत्व लूटता है।
- 2 दिसंबर 2021- भारत हिंदुओं की भूमि, हिंदुत्ववादियों की नहीं।
- 12 नवंबर 2021 - क्या सिख या मुसलमान को पीटना हिंदू धर्म है?
राहुल गांधी ने पूछा मतलब जीसस क्राइस्ट ईश्वर का अवतार हैं? पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने कहा कि जीसस क्राइस्ट ही असली देवता हैं। जीसस देवता होने के बाद भी इंसान की शक्ल में आए। वो शक्ति या देवताओं की तरह नहीं दिखे। इस पर राहुल गांधी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, क्या राहुल का हिंदू प्रेम नकली है?