- गर्भ गृह की दीवार 6 फीट होगी जबकि लंबाई और चौड़ाई 20 फीट होगी
- पत्थरों पर दशकों से काम हो रहा है, बेहद ही बारीकी से नक्काशी की गई है
- एक पत्थर की सफाई में कम से कम 10 से 15 दिन का वक्त लग जाता है
Garbhagriha : अयोध्या में बुधवार को राम मंदिर के गर्भगृह का पहला पत्थर रखा जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ सुबह साढ़े 9 बजे जन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे जहां पूजा के बाद वो गर्भगृह के निर्माण के लिए पहला पत्थर रखेंगे। सीएम योगी करीब तीन घंटे अधोध्या में रहेंगे। उनके साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहेंगे। योगी आदित्यनाथ सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर राम कथा पार्क हैलीपेड पहुंचेंगे। सुबह साढ़े 9 बजे वो हनुमानगढ़ी में दर्शन करेंगे। इसके बाद साढ़े 9 बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे जहां पूजा के बाद पूरे विधि-विधान से मंदिर के गर्भगृह का शुभारंभ करेंगे।
PM ने 5 अगस्त 2020 को मंदिर का भूमि पूजन किया था
बता दें कि पीएम मोदी ने 5 अगस्त 2020 को मंदिर का भूमि पूजन किया था और आज सीएम योगी गर्भगृह के निर्माण का शुभारंभ करेंगे। अगस्त 2020 को जब पीएम मोदी ने राम मंदिर के गर्भ गृह का शिलान्यास किया तो रामलला का सदियों लंबा इंतजार खत्म हुआ था। अब रामलला के इंतजार की घड़ी और कम होगी। क्योंकि जिस गर्भ गृह का शिलान्यास पीएम मोदी ने किया, आज उसी गर्भ गृह के पहले पत्थर की पूजा सीएम योगी करेंगे। और इसी के साथ शुरू हो जाएगा राम मंदिर के गर्भ गृह का निर्माण।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहेंगे
योगी के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा राम मंदिर आंदोलन से जुड़े 90 मठ मंदिरों के महंत और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। जितना भव्य राम मंदिर है, उतना ही भव्य गर्भ गृह की प्रथम शिला की पूजन का कार्यक्रम होगा। निर्माण में कोई बाधा ना आए इसलिए 5 दिनों की पूजा होगी। नौ ग्रहों की शांति के लिए पाठ होगा। 51 पंडित, विशिष्ट महंत इस पूजा को करेंगे। दिल्ली और वाराणसी के साधु संतों को भी बुलाया गया है।
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गर्भ गृह की दीवार 6 फीट की होगी
अब आपको बताते हैं कि रामलला के गर्भ गृह की खास बातें क्या हैं। गर्भ गृह की दीवार 6 फीट होगी जबकि लंबाई और चौड़ाई 20 फीट होगी। पश्चिमी कोने से गर्भ गृह का निर्माण कार्य शुरू होगा। गर्भ गृह के निर्माण में जो पत्थर लगाए जा रहे हैं वो खास तौर से राजस्थान से मंगवाए गए हैं। पत्थरों पर दशकों से काम हो रहा है। बेहद ही बारीकी से नक्काशी की गई है। नक्काशी किए गए इन पत्थरों की सफाई कार्यशाला में दिन रात चल रही है। एक पत्थर की सफाई में कम से कम 10 से 15 दिन का वक्त लग जाता है। जैसे जैसे गर्भ गृह के निर्माण का काम पूरा होगा, 24 जनवरी 2024 की वो तारीख भी करीब आती जाएगी जिस दिन रामलला को गर्भ गृह में विराजमान करने का मुहूर्त है।