- आयकर अधिकारी की पिछले साल 23 अप्रैल को हुई थी मौत
- पत्नी लोगों से बताती रही पति जिंदा हैं और इस समय कोमा में
- स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर से बरामद किया पूरी तरह सड़ गया शव
Kanpur News: कानपुर शहर से एक रोंगटे खड़े कर देने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। शहर के रावतपुर इलाके में एक परिवार ने आयकर अधिकारी का शव पिछले एक साल से घर में ही रखा। आयकर अधिकारी की मौत कोरोना के कारण हो गई थी। लेकिन इसके बावजूद परिवार ने दाह संस्कार नहीं किया। करीब एक साल से शव के साथ रह रहे इस परिवार के बारे में जब प्रशासन को पता चला तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मजिस्ट्रेट और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ पुलिस जांच के लिए व्यक्ति के घर पहुंची।
जांच में पता चला कि पिछले साल अप्रैल में आयकर विभाग में कार्यरत विमलेश दीक्षित का कोरोना की वजह से एक निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। मृत व्यक्ति के परिजन शव को घर ले आए और इतने दिन यह समझ कर अपने साथ में रखा कि विमलेश कोमा में हैं और जिंदा हैं।
शव पूरी तरह सड़ चुका, परिवार वाले बताते रहे कोमा में
कानुपर सीएमओ डॉ आलोक रंजन ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि विमलेश दीक्षित की पिछले साल 22 अप्रैल को मौत हो गई थी। जिसके बाद से परिवार शव के साथ रह रहा था। उन्होंने बताया कि कानपुर के आयकर अधिकारियों द्वारा इस बारे में सूचना मिलने के बाद मेडिकल टीम जांच के लिए घर पहुंची। वहां पर मृतक के परिजन इस बात पर जोर दे रहे थे कि विमलेश अभी जिंदा हैं और कोमा में हैं। बहुत समझाने के बाद परिजनों ने स्वास्थ्य टीम को शव को एलएलआर अस्पताल ले जाने की अनुमति दी। सीएमओ ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय मेडिकल टीम का गठन कर दिया गया है। इस पूरे मामले में सबसे हैरानी की बात यह है कि घर में रखा मृतक का शव पूरी तरह से सड़ चुका था। जांच अधिकारियों के अनुसार जांच में पता चला है कि विमलेश दीक्षित की मृत्यु 22 अप्रैल, 2021 को हुई थी। जिसके बाद से शव घर के एक कमरे में रखा गया था।
हर सुबह शव पर गंगाजल छिड़कती थी पत्नी
मृतक की पत्नी हर सुबह इस उम्मीद से शव पर गंगाजल छिड़कती थी कि उनका पति कोमा से बाहर निकल आए। इस परिवार ने अपने पड़ोसियों को भी बताया था कि कोरोना की वजह से विमलेश कोमा में चला गया है। वहीं पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि वे अक्सर इस परिवार के सदस्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर घर ले जाते देखते थे। एक स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार इस घर में विमलेश के माता-पिता और पत्नी करीब एक साल से शव के साथ रह रहे थे। मृतक की पत्नी मानसिक रूप से कमजोर प्रतीत होती है।