- माहवारी के उन दिनों में महिलाओं का मिजाज अलग होता है।
- उनका मूड स्विंग होता रहता है।
- ऐसे में कई बातें हैं, जो नहीं करनी चाहिए।
पीरियड्स, माहवारी ये वो शब्द हैं, जिन्हें पहले हमारे समाज में पुरुषों के सामने महिलाओं को कहने तक की इजाजत नहीं थी। अब समय बदल रहा है। पहले की अपेक्षा अब पुरुषों में बदलाव हो रहा है, लेकिन आज भी ऐसे बहुत से सवाल हैं, जो महिलाओं से पुरुषों को उनके उन दिनों में कभी नहीं कहना चाहिए। ऐसी बातें उन्हें तकलीफ देती हैं. तो आप भी इन 5 बातों को उनसे करने से बचें.
क्या तुम्हें दर्द है?
ये सबसे फालतू सवाल होता है। ऐसा नहीं है कि हर लड़की और महिला को पीरियड्स में दर्द होता ही है। कुछ लोगों को दर्द होता है और कुछ को नहीं। ऐसे में उनके मुंह पर ये सवाल करना उचित नहीं है। कुछ लड़कियों को कुछ घंटे दर्द होता है, तो कुछ को 2-3 दिन।
क्या तुम किसी को मारना चाहती हो?
माहवारी में लड़कियों और महिलाओं का मूड स्विंग होता रहता है। इसका ये बिलकुल मतलब नहीं है कि वो किसी को मारना चाहती हैं। आपका मजाक में भी उनसे से सवाल जायज नहीं है। ये वो समय नहीं है, जब वो हिंसात्मक हो जाती है। वो कोई अपराधी नहीं है, जो लोगों को मारते फिरेगी।
हर महीने पीरियड आता है?
किसी लड़की से आपका ये सवाल करना आपको मूर्खों की श्रेणी में खड़ा करता है। आपको इतना पता होना चाहिए कि हर माह लड़कियों को पीरियड्स होता है। इसमें कुछ हैरानी वाली बात नहीं है. ये सवाल कभी मत पूछें। आप कोई बच्चे नहीं हैं, जो महिलाओं के पीरियड्स के बारे में नहीं जानते।
तुम्हें सफेद कपड़े नहीं पहनने चाहिए
वो सफेद पहने, काला पहने, उसकी मर्जी। उसे ब्लीडिंग हो रही है, इसका ये मतलब नहीं कि उन दिनों में वो सफेद नहीं पहन सकती। उन दिनों में उसे ये कहना कि तुम सफेद कपड़े नहीं पहन सकती, बहत ही बेवकूफी वाली बात है।
तुम्हें चलना-फिरना नहीं चाहिए
उन दिनों में आपका उसके लिए फिक्र करना अच्छी बात है, लेकिन उससे ये बात करना ठीक नहीं, क्योंकि वो जानती है कि उसे अपने उन दिनों में किस तरह से अपना ख्याल रखना है। वो अपनी चीजों को हैंडल करना जानती है। लड़कियों और महिलाओं के उन दिनों में जितना हो सके उन्हें सहयोग करें। उनसे फालतू के सवाल करने की बजाय उनका ख्याल रखें। अपने उन दिनों में आपका साथ और प्यार वो चाहती हैं।