- 1 अप्रैल पूरे देश में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है।
- इस दिन लोग एक दूसरे से हंसी मजाक करते हैं।
- 1 अप्रैल को मूर्ख दिवस के रूप में याद किया जाता है।
History of April Fool Day: अप्रैल फूल डे पूरे दुनिया में अलग-अलग तरीके से 1 अप्रैल को मनाया जाता है। दुनिया में इसे मूर्ख दिवस के रूप में पुकारा जाता है। इस दिन को लोग हंसी मजाक के रूप में भी याद करते है। इस दिन लोग एक दूसरे को हंसी मजाक के साथ एक दूसरे को मूर्ख बनाते हैं। आपको बता दें, कि इस दिन कई देशों में छुट्टियां भी होती है। तो आइए जानें कैसे हुई थी अप्रैल फूल डे दिन की शुरुआत।
अप्रैल फूल डे पूरी दुनिया में अलग तरीके से मनाया जाता है। इसके बारे में सही जानकारी किसी को नहीं है। लेकिन लोग फ्रेंच कैलेंडर में होने वाले बदलाव के दिन से ही इस दिन की शुरुआत मानते है।
कुछ लोग इसे इंग्लैंड के राजा रिचर्ड द्वितीय की एनी से सगाई के रूप में अप्रैल फूल डे याद करते है। तो वही कुछ लोग हिलारिया फेस्टिवल से भी जोड़कर इस दिन को मनाते हैं। लोगों के बीच इस दिन को लेकर सबसे खास अवधारणा रोमन में 1 अप्रैल साल की शुरुआत के रूप में मनाते है।
बता दें आपको कि कुछ देशों में नए साल अलग-अलग महीने में मनाई जाती है। लेकिन 1852 में पोप ग्रेगरी अष्ठम ने ग्रेगेरिलन कैलेंडर की घोषणा की थी, जिसके बाद से ही जनवरी को नए साल के रूप में मनाया जाने लगा। फ्रांस ने इस कैलेंडर को सबसे पहले स्वीकार किया गया था।
कुछ लोगों के अनुसार यूरोप के कई देशों में इस कैलेंडर को स्वीकार नहीं किया गया। इसकी वजह से नए कैलेंडर के आधार पर नए साल मनाने वाले लोग पुराने तरीके से अप्रैल में नववर्ष मनाने वाले लोगों को मूर्ख समझने लगे और तभी से 1 अप्रैल को मूर्ख दिवस के रूप में पूरे देश में मनाया जाने लगा।